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| - Fact Check: पूर्णिया में अब तक कोरोना के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई, फर्जी पोस्ट वायरल
पोस्ट का यह दावा फर्जी है कि कोरोना वायरस बिहार के पूर्णिया पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस फर्जी दावे का खंडन किया है। WHO ने भी मछली-मीट से परहेज करने की बात नहीं कही है। इतना जरूर कहा गया है कि मीट-अंडे को ठीक से पका कर खाएं। हालांकि, मास्क पहनने की सलाह जरूर दी जा रही है।
- By: Urvashi Kapoor
- Published: Feb 20, 2020 at 10:06 AM
- Updated: Apr 24, 2020 at 08:33 PM
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस बिहार के पूर्णिया में भी पहुंच गया है। पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि कोरोना से संक्रमित मरीज डॉ. विनोद कुमार के पास पहुंचा, लेकिन उसका इलाज नहीं किया गया। फिर मरीज को भागलपुर रेफर करना पड़ा। इसमें आगे लिखा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को 3 महीने तक मीट-मछली का सेवन नहीं करना चाहिए और मास्क पहनना चाहिए। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली है।
क्या है वायरल पोस्ट में
सोशल मीडिया पर Saroj Chaurasia नाम के यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया है। इसमें लिखा है, ‘कोरोना वायरस पूर्णिया तक पहुंच चुका है अभी अभी डॉक्टर विनोद कुमार के पास कोरोंना वायरस वाला मरीज पहुंचा था और उस मरीज का इलाज नहीं हुआ जिस के कारण उस मरीज को भागलपुर रेफर कर दिया गया है और में पूर्णिया निवासियों से यह बात बोल रहा हूं कि आप लोग मिट,मछली, मटन इत्यदी ये सब नहीं खाएं लगभग 3 महीनो तक. Note= हमेशा मास्क लगाके चले इसे आप कोरोना वायरस के शिकार से बच सकते हैं।’ इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने पूर्णिया के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. मधुसूदन प्रसाद से संपर्क कर अपनी पड़ताल शुरू की। हमने उनसे इस मामले के संबंध में पूछा। उन्होंने बताया, ‘पूर्णिया में कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं है। यह निश्चित तौर पर फर्जी खबर है, जो सोशल मीडिया पर चल रही है।’
आगे की पड़ताल में हमें डॉ. विनोद कुमार का एक पत्र मिला। भ्रामक पोस्ट में इन्हीं का नाम इस्तेमाल किया गया है और उन्होंने इससे इनकार करते हुए पत्र लिखा है। इसमें डॉक्टर ने लिखा है, ‘मैं डॉक्टर विनोद कुमार पूर्णिया जिला से बोलना चाह रहा हूं कि कुछ असामाजिक तत्व जो मेरे नाम से झूठा समाचार सोशल मीडिया फैला रहा है कि मेरे यहां कोरोना वायरस का मरीज भागलपुर रेफर किया गया था। एकदम तथ्यहीन और गलत है। मुझे किसी किसी तरह से परेशान करने के लिए ऐसा किया गया है। इस तरह का मरीज मेरे क्लिनिक में कभी नहीं आया है।’ यह पत्र 7 फरवरी 2020 का है।
विश्वास न्यूज ने डॉक्टर विनोद कुमार से बात की। उन्होंने बताया, ‘यह पत्र असली है और उन्होंने ही इसे जारी किया है। ऐसी कोई चीज पूर्णिया में नहीं हुई है। असामाजिक तत्व उनके नाम का इस्तेमाल कर गलत सूचना फैला रहे हैं।’
दूसरा दावा
वायरल पोस्ट में कोरोना वायरस से बचने के लिए तीन महीने तक मीट-मछली नहीं खाने को कहा गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने संक्रमण से बचने के लिए नियमित तौर पर हाथ की सफाई, खांसते-छींकते समय मुंह व नाक को ढकना, अच्छे से पकाए गए मीट-अंडे का सेवन करने जैसी सलाह दी हैं। इसके अलावा खांसी या छींकने जैसे सांस संबंधी बीमारी के लक्षण वाले शख्स के नजदीकी संपर्क से भी बचने की सलाह दी गई है।
इसमें कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि 3 महीने तक मीट-मछली का सेवन नहीं करना है। अबतक भारत में कोरोना वायरस के 3 केसों की पुष्टि हो चुकी है। ये सारे मामले केरल के हैं।
Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।
निष्कर्ष: पोस्ट का यह दावा फर्जी है कि कोरोना वायरस बिहार के पूर्णिया पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस फर्जी दावे का खंडन किया है। WHO ने भी मछली-मीट से परहेज करने की बात नहीं कही है। इतना जरूर कहा गया है कि मीट-अंडे को ठीक से पका कर खाएं। हालांकि, मास्क पहनने की सलाह जरूर दी जा रही है।
- Claim Review : कोरोना वायरस बिहार के पूर्णिया में भी पहुंच गया है
- Claimed By : FB user: Saroj Chaurasia
- Fact Check : झूठ
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