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Fact Check
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। ऐसे में देश पर कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी लगातार मंडरा रहा है। लेकिन तीसरी लहर के खतरे के बीच कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज को खोलने का फैसला लिया गया है। जबकि कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर कमज़ोर नहीं पड़ी है, वहां पर अभी भी ऑनलाइन पढ़ाई पर ज़ोर दिया जा रहा है। इसी बीच व्हाट्सएप (WhatsApp) पर एक मैसेज शेयर हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि ‘शिक्षा मंत्रालय, कोविड-19 के प्रकोप के बीच वर्चुअल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए सभी को मुफ्त लैपटॉप प्रदान कर रहा है।’ इस मैसेज के साथ एक लिंक भी वायरल हो रहा है, जिसे नीचे देखा जा सकता है।
https://education.giveawy.cyou
मैसेज के साथ वायरल हो रहे लिंक के आर्काइव वर्ज़न को यहां देखा जा सकता है।
मुफ्त लैपटॉप प्रदान किए जाने वाले इस दावे को फेसबुक और ट्विटर पर भी शेयर किया जा रहा है।
हमारे आधिकारिक WhatsApp नंबर (9999499044) पर भी इस दावे की सत्यता जानने की अपील की गई है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
शिक्षा मंत्रालय के नाम से वायरल हो रही उपरोक्त वेबसाइट पर बताया गया है कि कोविड-19 प्रकोप के बीच ऑनलाइन पढ़ाई का समर्थन करने के लिए, सरकार देशभर में लोगों को 5 लाख मुफ्त लैपटॉप प्रदान कर रही है।
हमने इस वेबसाइट के लिंक को खोलकर हकीकत जानने का प्रयास किया। इस दौरान वेबसाइट पर दिए गए Continue बटन पर क्लिक करने पर आपका नाम पूछा जाएगा, नाम डालते ही आपको मुफ्त लैपटॉप के लिए योग्य बताया जाएगा। इतना ही नहीं, आपसे इस मैसेज को व्हाट्सएप पर 5 ग्रुप या 15 दोस्तों के साथ शेयर करने के लिए कहा जाएगा। आगे दिए गए निर्देश कहते हैं कि यह मैसेज शेयर करने के बाद Continue बटन पर क्लिक करने पर आप शिक्षा मंत्रालय के पेज पर पहुंच जाएंगे और 15 मिनट के बाद आपको पुष्टिकरण (Confirmation) का मैसेज आ जाएगा।
हम इस तरह के मैसेज पहले भी कई बार देख चुके हैं, जहां लोगों से मैसेज फॉर्वर्ड करने की अपील की जाती है। ऐसे मैसेज अक्सर स्पैम होते हैं।
अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से गगूल पर सर्च करने के बाद भी हमें वायरल दावे से संबंधित कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली। अगर शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस तरह का कोई फैसला लिया गया होता तो यह ख़बर मेनस्ट्रीम मीडिया में जरूर दिखाई जाती।
इसके बाद हमने Ministry of Education की आधिकारिक वेबसाइट को खंगाला। इस दौरान हमें शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली, जिसमें यह कहा गया गया हो कि मंत्रालय द्वारा देश के लोगों को मुफ्त लैपटॉप दिया जा रहा है।
हमने Ministry of Education का आधिकारिक ट्विटर हैंडल भी खंगाला। लेकिन वहां भी वायरल दावे से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली।
ट्विटर खंगालते वक्त हमें 3 अगस्त 2021 को PIB Fact Check का एक ट्वीट मिला। जिसमें PIB द्वारा इस वायरल मैसेज को फेक बताया गया है। पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने इस ट्वीट में लिखा है कि शिक्षा मंत्रालय के नाम से वायरल हो रहा यह दावा फर्ज़ी है। शिक्षा मंत्रालय ने इस तरह की कोई स्कीम नहीं निकाली है।
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ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा मंत्रालय लोगों को मुफ्त में लैपटॉप प्रदान नहीं कर रहा है। लोगों को भ्रमित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) के नाम से फर्जी लिंक वायरल है।
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