सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक संकरे रास्ते से निकल रहे लोगों की पिटाई करते पुलिस कर्मियों को देखा जा सकता है.
क्या है दावा?: इस वीडियो का हरियाणा (Haryana) के मेवात (Mewat) का बताकर शेयर किया जा रहा है. कई यूजर्स ने कैप्शन में लिखा है, ''ये लो पुलिस वालों ने बढ़िया प्रसाद दें दिया मेवात में दंगा कराने वालों को''.
सच क्या है?: इस वीडियो का संबंध हरियाणा में हुई हिंसा से नहीं है. ये वीडियो बिहार के पटना का है.
वीडियो में पुलिसकर्मी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थकों को पीटते दिख रहे हैं, जिन्होंने राज्य सरकार की शिक्षक भर्ती नीति के खिलाफ मार्च निकाला था.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि पीछे दिख रही एक दुकान में "Chhabra Sports Agencies" और "Adidas" का बोर्ड लगा दिख रहा है.
पीछे लगा साइनबोर्ड आप देख सकते हैं.
(फोटो: Altered by The Quint)
जगह को जियोलोकेट करने पर: साइनबोर्ड के आधार पर कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर हमने गूगल मैप पर सर्च किया. इससे हमने पाया कि वीडियो में दिखने वाली दुकान पटना में मौजूद हैं.
हमने 'स्ट्रीट व्यू' का इस्तेमाल करने पर हमें वो जगह मिली जहां ये घटना हुई थी.
हमने गूगल मूप पर उपलब्ध तस्वीर और वायरल वीडियो के बीच तुलना की और पाया कि दोनों में कई समानताएं हैं. इससे साफ होता है कि ये घटना पटना की है.
वायरल वीडियो के बारे में?: यूट्यूब पर कीवर्ड की मदद से सर्च करने पर हमें 'News9Live' नाम के एक वेरिफाइड चैनल पर एक वीडियो मिला.
इसे 13 जुलाई को अपलोड किया गया था.
वीडियो डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, ''बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता विधानसभा मार्च निकाल रहे थे. पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज, पानी और आंसू गैस का इस्तेमाल किया था.
इस वीडियो में वही आवाज और विजुअल हैं, जो वायरल वीडियो में हैं.
TV9 Bharatvarsh ने भी इस घटना का वीडियो अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था.
वीडियो का टाइटल था, ''Bihar News : राजधानी पटना में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आज लाठीचार्ज हो गया''.
घटना से जुड़ी दूसरी रिपोर्ट्स: Indian Express के मुताबिक, बिहार सरकार की शिक्षक भर्ती नीति के विरोध में हजारों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विधानसभा तक मार्च निकाला था. पुलिस ने इस प्रोटेस्ट को रोका था.
प्रदर्शनकारियों ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग की थी.
इस दौरान दर्जनों बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गये.
बीजेपी ने आरोप लगाया था कि जहानाबाद जिले के महासचिव विजय कुमार सिंह की मौत पुलिस कर्मियों के लाठीचार्ज से हुई है.
निष्कर्ष: साफ है कि लोगों की पिटाई करते दिख रहे पुलिसकर्मियों का ये वीडियो पटना का है, जिसे हरियाणा का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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