कांग्रेस (Congress) नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वो शौचालय की तुलना मंदिरों से करते दिख रहे हैं.
वीडियो : 12 सेकंड के इस वीडियो में जयराम रमेश को कहते सुना जा सकता है कि ''मैं समझता हूं कि शौचालय मंदिरों से ज्यादा पवित्र हैं.''
वीडियो शेयर करने वालों का कहना है कि 'हिंदू समुदाय को लेकर कांग्रेस की नफरत कभी खत्म ना होने वाली है'
सच क्या है ? : ये सच है कि जयराम रमेश ने मंदिरों की तुलना शौचालय से की थी, लेकिन ये वीडियो साल 2012 का है, हाल का नहीं जैसा कि दावा किया जा रहा है.
जयराम उस वक्त केंद्रीय मंत्री के रूप में शौचालय को लेकर जागरुकता से जुड़ी एक यात्रा का शुभारंभ कर रहे थे.
बीजेपी ने उस वक्त भी जयराम रमेश की इस टिप्पणी की आलोचना की थी.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : यूट्यूब पर कुछ कीवर्ड सर्च कर हमें एबीपी न्यूज के ऑफिशियल चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो मिला.
ये वीडियो 6 अक्टूबर 2012 को अपलोड किया गया था और इसके टाइटल से स्पष्ट हो रहा है कि ''जयराम रमेश ने कहा था कि शौचालय मंदिरों से ज्यादा पवित्र हैं.''
एंकर ने कहा कि तत्कालीन केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश की इस टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया था. जयराम रमेश का ये बयान शौचालय को लेकर जागरुकता को लेकर चलाए गए अभियान 'निर्मल यात्रा' के दौरान सामने आया था.
वीजियो में 0:25 सेकंड पर जयराम रमेश को कहते सुना जा सकता है कि "यह यात्रा उस चीज़ के निर्माण के लिए है जो मैं समझता हूं कि मंदिर से भी अधिक पवित्र है, और वह है शौचालय. चाहे हम कितने भी मंदिर जाएं, अगर हमारे पास शौचालय नहीं है, तो आपको कभी भी मुक्ति नहीं मिलेगी, भले ही आप नारियल फोड़ें और आरती करें."
न्यूज रिपोर्ट्स : NDTV पर छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि मंदिर और शौचालयों पर जयराम रमेश की टिप्पणी से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए थे. बीजेपी ने आलोचना करते हुए कहा था कि जयराम रमेश के बयान ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.
कांग्रेस पार्टी ने भी जयराम रमेश के बयान को सिरे से खारिज कर दिया था. पार्टी ने कहा था कि वे सभी धार्मिक स्थलों का सम्मान करते हैं.
निष्कर्ष : ये साफ है कि शौचालय की तुलना मंदिरों से करते कांग्रेस नेता जयराम रमेश का वीडियो हाल का नहीं पुराना है.
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