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| - अमूल आइसक्रीम में इस्तेमाल किए गये E-471 घटक की व्याख्या करने वाले एक व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है | वीडियो में, वह दावा करता है कि अमूल आइसक्रीम में एक E-471 इमल्सीफायर है जो सुअर की चर्बी से निर्मित है | वह लोगों से अमूल आइसक्रीम का सेवन नहीं करने को कहते हैं क्योंकि यह इस्लाम में हराम है |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“अमूल आइस क्रीम में सूअर की चर्बी इस्तेमाल की जाती है |”
अनुसंधान से पता चलता है कि….
फैक्टक्रेसेंडो की शोध में ये स्पष्ट हुआ है कि अमूल आइसक्रीम में सूअर की चर्बी के इस्तेमाल होने की खबर गलत व भ्रामक है |
जाँच की शुरुवात हमने गूगल पर E-471 इमल्सीफायर के बारें में ढूँढकर की, जिसके परिणाम से हमें पता चला कि E-471 इमल्सीफायर को फैटी एसिड के साथ ग्लिसरॉल के प्रत्यक्ष एस्टरीफिकेशन द्वारा निर्मित किया जा सकता है | E-471 को आमतौर पर मोनो- और फैटी एसिड के डाइग्लिसराइड्स के रूप में जाना जाता है | इस E-471 पायसीकारकों का निर्माण पादप तेलों (सोयाबीन तेल या ताड़ के तेल) और पशु वसा (पशु की चर्बी) दोनों से किया जा सकता है |
आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक
तद्पश्चात इस विषय पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हम अमूल वेबसाइट पर गये जहाँ हमें अमूल द्वारा जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति मिली जिसके अनुसार यह कंपनी १०० प्रतिशत शाकाहारी है |
प्रेस विज्ञप्ति में, अमूल ने स्पष्ट किया कि वे केवल वनस्पति तेलों से निर्मित E-471 इमल्सीफायर का उपयोग करते हैं | यह उल्लेख किया गया है कि अमूल द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी सामग्री जैसे की पनीर में रंग, स्टेबलाइजर्स, इमल्सीफायर्स, एडिटिव्स, एंजाइम 100% शाकाहारी मूल के हैं | प्रत्येक अमूल उत्पाद में कथित तौर पर भारत के खाद्य नियामक भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के आदेश के अनुसार पैक पर एक शाकाहारी लोगो है, जो की हरे रंग का एक गोल आकार है | उत्पाद पर हरी बिंदी इंगित करती है कि उत्पाद १०० प्रतिशत शाकाहारी है |
इसके अलावा प्रेस विज्ञप्ति में अमूल ने अपनी आइसक्रीम का उल्लेख हलाल प्रमाणित के रूप में भी किया और अपने प्रमाणपत्रों के लिंक भी दिए हैं |
हलाल प्रमाणन क्या है?
हलाल प्रमाणन में कहा गया है कि खाना या उत्पाद इस्लाम के अनुयायियों के लिए स्वीकार्य हैं और इसके निर्माण या प्रसंस्करण के दौरान कोई हराम उत्पाद या प्रक्रिया का उपयोग नहीं किया जाता है।
कई इस्लामी देशों में, हलाल प्रमाणीकरण सरकार द्वारा दिया जाता है। भारत में, FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) प्रमाणीकरण लगभग सभी प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर देखा जा सकता है, लेकिन यह प्राधिकरण भारत में हलाल प्रमाणीकरण नहीं देता है। हलाल प्रमाणीकरण भारत में कई निजी कंपनियों द्वारा दिया जाता है जो इस्लाम के अनुयायियों के लिए स्वीकार्य खाद्य या उत्पादों को चिह्नित करता है। भारत में महत्वपूर्ण हलाल प्रमाणन कंपनियां हैं:
1- हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड।
2- हलाल सर्टिफिकेशन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड।
3- जमीयत उलमा-ए-महाराष्ट्र- जमीयत उलमा-ए-हिंद की एक राज्य इकाई।
4- जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट।
अमूल के प्रबंध निदेशक आर.एस.सोढ़ी ने एक वीडियो के माध्यम से इस बात को स्पष्ट किया | उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि अमूल के सभी उत्पाद १०० प्रतिशत शाकाहारी हैं | अमूल ने इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है |
जमीयत उलमा हलाल फाउंडेशन ने Lucid Colloids Limited नाम की कंपनी को प्रमाणित किया है जो अमूल को संयंत्र सोर्स के E471 की आपूर्ति करती है | जमीयत उलमा हलाल फाउंडेशन (JUHF) के ऑडिटर्स ने ल्यूसिड कोलोइड्स लिमिटेड की सभी प्रक्रिया की जाँच की, कच्चे माल से तैयार माल तक |
जमीयत उलमा हलाल फाउंडेशन (JUHF) ने अमूल उत्पादों को प्रमाणित किया है | जमीयत उलमा हलाल फाउंडेशन (JUHF) के योग्य हलाल लेखा परीक्षकों ने कच्चे माल से तैयार माल तक, अमूल उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया की जाँच की है | पूर्ण और व्यापक ऑडिट के बाद, उन्होंने पाया कि अमूल E471 का उपयोग करता है जो पौधे वसा से है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | अमूल आइसक्रीम प्लांट ऑयल से उत्पादित E-471 इमल्सीफायर का उपयोग करता है, न कि पशु वसा से | अमूल आइसक्रीम में सूअर की चर्बी का इस्तेमाल नही होता है |
Title:अमूल आइसक्रीम में सूअर की चर्बी इस्तेमाल होने के दावे फर्जी हैं |Fact Check By: Aavya Ray
Result: False
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