Fact Check : महाकुंभ में आतंकी पकड़े जाने की फर्जी पोस्ट की गई शेयर, AI से बनाई गई काल्पनिक तस्वीर
अब एक तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि साधु के वेश में एक आंतकी वहां पकड़ाया है।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Jan 23, 2025 at 05:57 PM
नई दिल्ली (Vishvas News)। प्रयागराज में महाकुंभ के लिए देश-दुनिया से लोगों का आना जारी है। अब तक करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
इसी बीच सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर कई प्रकार के फर्जी और भ्रामक वीडियो और तस्वीरें भी वायरल हो रहे हैं। अब एक तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि साधु के वेश में एक आंतकी वहां पकड़ाया है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की तो यह फर्जी साबित हुई। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल की मदद से बनाई गई है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर समीर सिंह ने 23 जनवरी को एक फोटो पोस्ट करते हुए दावा किया, “महाकुंभ मेले में आतंकी “अयूब खान” गिरफ्तार…वह साधु बनकर आया था और साधुओं में मिल गया था। उसने सबसे बड़ा अपराध करने की साजिश रची थी। भगवान की कृपा से हमारे साधुओं ने इस आतंकी की करतूतों पर ध्यान दिया और इसे पुलिस के हवाले कर दिया।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच दो हिस्सों में की। सबसे पहले हमने वायरल दावे की जांच के लिए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। इसके बाद पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर की सच्चाई कई ऑनलाइन टूल्स के जरिए पता लगाई।
सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल में संबंधित दावे से जुड़े कीवर्ड टाइप करके सर्च किया। हमें कई न्यूज वेबसाइट पर अयूब से जुड़ी खबरें मिलीं। इसमें कहीं भी आतंकी जैसी कोई बात नहीं लिखी गई थी।
लाइव हिंदुस्तान वेबसाइट पर 15 जनवरी को पब्लिश की गई खबर में बताया गया कि महाकुंभ मेला में यति नरसिंम्हानंद आश्रम के बाहर से अयूब को पकड़ा गया। अयूब नशे का आदी है और उसका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। उसकी बहन और चाचा ने बताया कि अयूब कभी-कभी घर आता है। उसके माता-पिता जयपुर में रहते हैं। अयूब एटा के अलीगंज का रहने वाला है।
भास्कर डॉट कॉम की एक खबर में बताया गया, “पुलिस पूछताछ में पकड़े गए युवक ने कबूला- मेरा नाम अयूब अली है। एटा के अलीगंज का रहने वाला हूं। यहां घूमने आया था। मुझे मालूम नहीं था कि यहां अलाऊ नहीं है। मुझे किसी ने भेजा नहीं है, अकेला आया हूं। दो भाई और तीन बहन हैं। पिता का नाम शाकिर अली है। सोमवार को कानपुर से ट्रेन पर बैठा। फिर गोरखपुर पहुंचा। गोरखपुर से ट्रेन से सोमवार सुबह प्रयागराज पहुंचा।”
पड़ताल के अगले चरण में वायरल तस्वीर को स्कैन किया गया। ध्यान से देखने पर इसके बनावटी और फेक होने के संकेत मिला। इसलिए इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए एआई से बनी फोटो को चेक करने वाले टूल से चेक किया। हाइव मॉडरेशन.कॉम पर अपलोड करके हमने इसे सर्च किया । नतीजे के रूप में बताया गया कि यह तस्वीर 90.7% फीसदी एआई से बने होने की संभावना है।
विश्वास न्यूज ने जांच के अंत में दैनिक जागरण, प्रयागराज के संपादकीय प्रभारी राकेश पांडेय से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा फर्जी है। आतंकी को पकड़ने की
कोई घटना महाकुंभ में नहीं हुई है।
फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच करने पर हमें पता चला कि फेसबुक यूजर समीर सिंह को 10 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर आगरा का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फेक साबित हुई। महाकुंभ में साधु के वेश में कोई आतंकी नहीं पकड़ा गया है।
- Claim Review : महाकुंभ मेले में आतंकी अयूब खान गिरफ्तार
- Claimed By : FB User Sameer Singh
- Fact Check : झूठ
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