schema:text
| - Last Updated on जनवरी 18, 2023 by Neelam Singh
सारांश
सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि अनानास का जूस दांतों को मजबूत बनाता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर झूठ है।
दावा
युट्युब पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि अनानस का जूस दांतों को मजबूत बनाता है।
तथ्य जाँच
ओरल हेल्थ का क्या अर्थ है?
अच्छा ओरल हेल्थ एक बेहतर स्वास्थ्य की सबसे पहली सीढ़ी होता है इसलिए अपने दांतों और मुंह के हर हिस्से को स्वस्थ्य और साफ रखना बेहद जरुरी हो जाता है। National Library of Medicine द्वारा प्रकाशित Oral Health Education and Promotion Programmes: Meta-Analysis of 17-Year Intervention रिसर्च के अनुसार ओरल हेल्थ में ना केवल दांतों की समस्याएं बल्कि मुंह और चेहरे का दर्द, मुंह और गले का कैंसर, मुंह के घाव, मसूड़ों के रोग, दांतों की सड़न और अन्य स्थितियां भी शामिल हैं।
इसके अलावा कुछ लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां केवल ओरल हेल्थ मेंटेन ना रखने के कारण होती है। यही कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ओरल हेल्थ के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्या दांत और मसूडों को मजबूत करने के लिए अनानास का रस ले सकते हैं?
अधिकतर नहीं। हालांकि Bromelain: A Potent Phytomedicine शोधपत्र के अनुसार चिकित्सीय पद्धति में अनानास का इस्तेमाल शुरु हुआ है। साथ ही Effect of bromelain enzyme for dentin deproteinization on bond strength of adhesive system शोधपत्र के मुताबित अनानास में मौजूद एंजाइम ब्रोमैलिन का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि बोमैलिन दाग हटाने में मदद करता है और दांतों पर चिपकने वाले प्रोटीन को कम करता है।
In vitro Evaluation of Antibacterial Efficacy of Pineapple Extract (Bromelain) on Periodontal Pathogens के अनुसार ब्रोमैलिन में plague को कम करने के गुण पाए जाते हैं, जो दांतों की सतह पर बैक्टेरिया को नहीं जमने देते। साथ ही Dental Erosion from an Excess of Vitamin C के अनुसार अनानास में मौजूद विटामिन-सी के कारण अनानास दांतों के enamel के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि इससे अनानास की प्रवृत्ति एसिडिक हो जाती है। इसलिए अनानास का रोजाना इस्तेमाल हानिकारक हो सकता है।
इस विषय में दंतरोग विशेषज्ञ डॉ. पूजा भारद्वाज (बीडीएस) ने बताया, “अनानास में कैल्शियम होता है, जो दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। यह ब्रोमेलैन का एकमात्र स्रोत है, जो प्राकृतिक रूप से plague और छोटे-मोटे दागों को हटाता है। अनानास में विटामिन-सी होता है, जो dentin में collagen synthesis में मदद कर सकता है। इसके अलावा अनानास में मौजूद xylitol सांसों को ताजा रखने के लिए ओरल बैक्टीरिया से लड़ने में भी मदद करता है। यह मसूड़ों की बीमारी की रोकथाम में सहायता कर सकता है। उनके कई लाभों के बावजूद अनानास जैसे घरेलू उपचारों पर विशेष रूप से भरोसा नहीं किया जाना चाहिए। स्वस्थ दांतों और मसूड़ों के लिए हर छह महीने में दांतों की जांच आवश्यक है।”
क्या दांतों के विकास में पोषण महत्वपूर्ण है?
बिल्कुल क्योंकि शरीर के विकास में ही अच्छे खानपान की बहुत अहमियत होती है। उसी प्रकार दांत भी शरीर का ही हिस्सा है इसलिए खानपान दांतों के विकास और स्वास्थ्य में विशेष भूमिका निभाते हैं। Nutrition and oral health के अनुसार विटामिन-सी, ए, ई, कैल्शियम और फॉलिक एसिड दांतों के विकास और स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाते हैं। दूसरी ओर शरीर में इनकी कमी होने से ओरल कैंसर, दांतों की सड़न, मसूड़ों से संबंधित परेशानियां होती हैं। यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि वसा और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे- पास्ता, पनीर, रेड मीट और तले हुए खाद्य पदार्थ, दांत और दांतों से जुड़ी अन्य समस्याओं को बढ़ाते हैं।
अतः उपरोक्त शोधपत्र और चिकित्सकों के बयान के अनुसार कहा जा सकता है कि अनानास ब्रोमैलिन का एक बेहतर स्त्रोत जरुर है लेकिन केवल अनानास का सेवन करने से दांतों से जुड़ी समस्याओं को ठीक नहीं किया जा सकता इसलिए जरुरी है कि चिकित्सीय सलाह ली जाए।
|