schema:text
| - Fact Check : राहुल गांधी कन्नड़ अखबार नहीं, अंग्रेजी का नेशनल हेराल्ड पढ़ रहे थे
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Dec 17, 2024 at 12:43 PM
- Updated: Dec 17, 2024 at 02:03 PM
नई दिल्ली (Vishvas News)। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें उन्हें एक अखबार को पढ़ते हुए देखा जा सकता है। अखबार के फ्रंट पेज पर कन्नड़ में लिखा हुआ है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्वीर को शेयर करते हुए राहुल गांधी का मजाक उड़ा रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। दरअसल, राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड का अंग्रेजी संस्करण पढ़ रहे थे। 12 जून 2017 को नेशनल हेराल्ड के पहले और अंतिम पेज पर कन्नड़ में विज्ञापन छापा गया था। उसी से जुड़ी तस्वीर को अब फिर से फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। विश्वास न्यूज ने पहले भी इसकी जांच की थी। संबंधित पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर आलोक शर्मा ने 4 दिसंबर को पोस्ट किया। इसमें राहुल गांधी की तस्वीर के साथ लिखा गया, “जिसको हिंदी ठीक से नहीं आती वो कन्नड़ अखबार पढ़ रहा है।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने राहुल गांधी से जुड़ी वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल लेंस टूल का सहारा लिया। इसके जरिए वायरल पोस्ट की तस्वीर सर्च करने पर हमें एएनआई के एक्स हैंडल पर वायरल पोस्ट से संबंधित तस्वीर मिली।
12 जून 2017 को एएनआई की एक्स पोस्ट में बताया गया कि कर्नाटक के बेंगलुरु में नेशनल हेराल्ड के स्मारक संस्करण के लॉन्च पर राहुल गांधी।
सर्च के दौरान हमें फाइनेंशियल एक्सप्रेस की वेबसाइट पर वायरल तस्वीर मिली। 12 जून 2017 की इस रिपोर्ट में बताया गया कि वायरल तस्वीर बेंगलुरु में हुए नेशनल हेराल्ड के एडिशन लॉन्च के दौरान हुए कार्यक्रम की है।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए नेशनल हेराल्ड की वेबसाइट को स्कैन किया। यहां दी गई जानकारी के अनुसार, अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नव जीवन और उर्दू में कौमी आवाज के नाम से अखबार छपता है।
वेबसाइट पर ही हमें नेशनल हेराल्ड का 12 जून 2017 का ईपेपर भी मिला। इसमें साफ देखा जा सकता है कि अखबार का पहला और आखिरी पन्ना कन्नड़ में था, जबकि पूरा अखबार अंग्रेजी में था।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के गिरीश कुमार से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने बताया कि वायरल तस्वीर काफी पुरानी है। तस्वीर में राहुल गांधी अंग्रेजी का नेशनल हेराल्ड पढ़ रहे थे।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि आलोक शर्मा नाम के यूजर के फेसबुक पर 2.8 हजार फ्रेंड हैं। यह अकाउंट मार्च 2009 को बनाया गया था।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। राहुल गांधी तस्वीर में कन्नड़ अखबार नहीं, बल्कि नेशनल हेराल्ड का अंग्रेजी संस्करण पढ़ रहे थे।
- Claim Review : राहुल गांधी कन्नड़ अखबार पढ़ते हुए
- Claimed By : FB User Alok Sharma
- Fact Check : झूठ
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...
|