About: http://data.cimple.eu/claim-review/f7194902c5de8db1e5f65cf2efd83df25a922532aae5eb4cd994a843     Goto   Sponge   NotDistinct   Permalink

An Entity of Type : schema:ClaimReview, within Data Space : data.cimple.eu associated with source document(s)

AttributesValues
rdf:type
http://data.cimple...lizedReviewRating
schema:url
schema:text
  • Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check Contact Us: checkthis@newschecker.in Fact checks doneFOLLOW US Fact Check सोशल मीडिया पर एक महिला की तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि पंजाब में नेहा सूरी नाम की एक ड्रग इंस्पेक्टर की प्रतिबंधित नशीली दवाओं पर सख्ती करने को लेकर गोली मारकर हत्या कर दी गई. वायरल पोस्ट में पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार और सीएम भगवंत मान पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कहा गया है कि पंजाब में भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनते ही ड्रग इंस्पेक्टर डॉ नेहा सूरी की हत्या कर दी गई जो ड्रग माफियाओं और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री करने वालो पर सख्त कार्रवाई कर रही थीं. ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है. फेसबुक और ट्विटर पर यह पोस्ट काफी वायरल है. दरअसल, पंजाब में ड्रग्स की समस्या हमेशा से ही एक बड़ा मुद्दा रहा है. भगवंत मान ने सीएम बनने से पहले पंजाब में ड्रग्स सिंडिकेट खत्म करने को लेकर कई वादे किए थे. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर करते हुए सरकार की आलोचना की जा रही है. वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसको लेकर 2019 की कई खबरें मिलीं. 4 अप्रैल 2019 को द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह तस्वीर ड्रग इंस्पेक्टर नेहा शौरी की है, जिनकी 29 मार्च 2019 को मोहाली के पास खरार स्थित उनके ऑफिस में हत्या कर दी गई थी. यह बात यहीं स्पष्ट हो जाती है कि यह मामला साल 2019 का है, ना कि हाल-फिलहाल. उस समय पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह थे. भगवंत मान राज्य के मुख्यमंत्री इसी साल बने हैं. क्या था नेहा शौरी का पूरा मामला? खबरों के अनुसार, नेहा पंजाब के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन में पदस्थ थीं. नेहा ने 2009 में बलविंदर सिंह नाम के एक व्यक्ति की दवाइयों की दुकान पर रेड मारी थी. इस रेड में कई मादक पदार्थ पाए गए थे. इसके चलते नेहा ने बलविंदर का लाइसेंस रद्द कर दिया था. बलविंदर ने 2017 में अपने परिवार वालों के नाम पर दोबारा लाइसेंस पाने के लिए अर्जी दी. लेकिन नेहा ने इसे फिर रद्द कर दिया. 29 मार्च 2019 को बलविंदर, नेहा के ऑफिस पहुंचा और उन्हें गोली मार दी. बलविंदर ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे घेर लिया. इसके बाद बलविंदर ने खुद को भी गोली मार ली और उसकी मौत हो गई. कुछ खबरों में बताया गया था कि घटना के वक्त बलविंदर नशे की हालत में था. इस मामले पर पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट में किसी ड्रग माफिया के मिले होने की बात सामने नहीं आई थी. कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकलता है कि ड्रग इंस्पेक्टर की हत्या की तीन साल पुरानी घटना को ताजा मामला बताकर भगवंत मान और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा जा रहा है. यह मामला पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले का है. Our Sources Reports of The Times Of India and The Financial Express किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in Komal Singh January 29, 2025 Komal Singh January 29, 2025 Runjay Kumar January 27, 2025
schema:mentions
schema:reviewRating
schema:author
schema:datePublished
schema:inLanguage
  • Hindi
schema:itemReviewed
Faceted Search & Find service v1.16.115 as of Oct 09 2023


Alternative Linked Data Documents: ODE     Content Formats:   [cxml] [csv]     RDF   [text] [turtle] [ld+json] [rdf+json] [rdf+xml]     ODATA   [atom+xml] [odata+json]     Microdata   [microdata+json] [html]    About   
This material is Open Knowledge   W3C Semantic Web Technology [RDF Data] Valid XHTML + RDFa
OpenLink Virtuoso version 07.20.3238 as of Jul 16 2024, on Linux (x86_64-pc-linux-musl), Single-Server Edition (126 GB total memory, 11 GB memory in use)
Data on this page belongs to its respective rights holders.
Virtuoso Faceted Browser Copyright © 2009-2025 OpenLink Software