इंटरनेट पर एक इमारत गिरने (Building collapse) का वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इमारत गिरने की यह घटना बेंगलुरु (Bengaluru) की है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि एक सोसायटी (society) के सदस्य ने अपने घर का रेनोवेशन (renovation) कराने के लिए इमारत एक स्तंभ तोड़ दिया। इसके कारण पूरी इमारत गिर गई।
वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “सावधानी। आपका घर और जीवन खतरे में पड़ सकता है। बैंगलोर में एक सोसायटी के एक मूर्ख सदस्य ने रेनोवेशन के नाम से एक बीम/स्तंभ तोड़ दिया। और पूरी इमारत ढह गई। ध्यान रहे कि ऐसी मूर्खता आपके समाज में न हो। यह बेंगलुरु में घटना घटी है कांदिवली में नहीं!” (शब्दश:)
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने इस वीडियो के साथ किये गये दावे को भ्रामक पाया है। वीडियो में दिख रही घटना के बैंगलोर की ज़रुर है परंतु दावे में बतायी गया कारण गलत है। नगर निकाय के मुताबिक इस इमारत की नींव खराब थी व इस वजह से यह इमारत गिर गई।
जाँच की शुरुआत हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। हमने पाया कि यह वीडियो सीएनएन न्यूज़ 18 ने इस वर्ष 7 अक्टूबर को प्रसारित किया था। उस वीडियो के साथ दी गई जानकारी में बताया गया है कि बैंगलोर के कस्तूरीनगर (Kasturinagar) में इमारत ढह गई थी। केवल दो सप्ताह में बैंगलोर में ऐसी तीसरी घटना थी। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है क्योंकि इमारत ढहने से पहले लोगों को बाहर निकाल दिया गया था।
आप इस बारे में और जानने के लिए वनइंडिया न्यूज़ द्वारा इस वर्ष 8 अक्टूबर उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया हुआ वीडियो भी देख सकते है।
इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया व हमें एनडीटीवी द्वारा इस वर्ष 8 अक्टूबर को एक लेख प्रकाशित किया हुआ मिला। उसमें दी गई जानकारी में लिखा है, बेंगलुरु के कस्तूरी नगर में इस वर्ष 7 अक्टूबर को दोपहर एक तीन मंजिला इमारत गिर गई। जब सुबह के समय स्थानीय लोगों को ये इमारत थोड़ी झुकी हुई दिखायी दी, उन्होंने फौरन नगर निकाय के अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद वह बिल्डिंग खाली कराई गई।
आपको बता दें कि इस बिल्डिंग में आठ फ्लैट थे जिनमें से तीन फ्लैटों में लोग रह रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया है कि खराब नींव के कारण यह इमारत गिरी है।
जाँच के दौरान आगे बढ़ते हुए हमें एक और समाचार लेख मिला जिसको इंडियन एक्प्रेस ने इस वर्ष 7 अक्टूबर को प्रकाशित किया था। उसमें लिखा है कि इस घटना के बाद नगर निकाय के अधिकारियों ने इस मामले की जाँच की व पाया कि यह इमारत पिछले सात वर्षों से बिना अधिभोग प्रमाणपत्र (OC) के खड़ी है और इमारत के बिल्डर्स ने कुछ गड़बड़ करके इसमें बिजली और पानी के कनेक्शन भी करवाए थे।
अधिकारियों का कहना है कि ओसी के बिना किसी भी इमारत को बिजली और पानी का कनेक्शन नहीं दिया जाता। इस मामले में अभियंता शंकरप्पा नामक एक सहायक को नगर निकाय ने निलंबित कर दिया है। इस मामले में पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है व इसमें जाँच की जा रही है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो वीडियो के साथ किया गया दावा आंशिक रुप से गलत है। वीडियो में दिख रही घटना के बैंगलोर की ज़रुर है परंतु दावे में बतायी गई कहानी गलत है। नगर निकाय के मुताबिक इस इमारत की नींव खराब थी व इस वजह से यह इमारत गिर गई।
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Title:बेंगलुरु में गिरी इमारत के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।Fact Check By: Rashi Jain
Result: Partly False