schema:text
| - Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check
Contact Us: checkthis@newschecker.in
Fact checks doneFOLLOW US
Fact Check
Claim
यादव समाज के लोगों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चेतावनी दी है कि अगर पार्टी ने मुस्लिमों को टिकट दिया तो वे भाजपा को समर्थन दे देंगे.
Fact
वायरल ग्राफिक एडिटेड है. असल में यूपी तक ने ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की है.
सोशल मीडिया पर यूपी तक का एक ग्राफिक शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि यादव समाज के लोगों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चेतावनी दी है कि अगर पार्टी ने मुस्लिमों को टिकट दिया तो वे भाजपा को समर्थन दे देंगे.
लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद देश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ चुकी है. जिन प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो चुकी है, वे रैलियों, नुक्कड़ सभाओं और जनसंपर्क के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं. वहीं, ऐसे प्रत्याशी जो टिकट के दावेदार हैं, वे अपने-अपने दलों के शीर्ष नेतृत्व की परिक्रमा और तमाम तरह के जुगाड़ लगाने में जुटे हुए हैं. चुनावों के मौसम में आपको सोशल मीडिया पर हजारों ऐसे पोस्ट्स मिल जाएंगे जिनमें तमाम सीटों को लेकर जातीय समीकरणों की गुणा-गणित समझाई गई हो. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स यूपी तक का एक ग्राफिक शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि यादव समाज के लोगों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चेतावनी दी है कि अगर पार्टी ने मुस्लिमों को टिकट दिया तो वे भाजपा को समर्थन दे देंगे.
यादव समाज के लोगों द्वारा सपा प्रमुख अखिलेश यादव को मुस्लिमों को टिकट देने पर भाजपा के समर्थन की चेतावनी देने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस दावे की पड़ताल के लिए हमने UP Tak के X पेज को खंगाला. बता दें कि इस प्रक्रिया में हमें ऐसा कोई पोस्ट प्राप्त नहीं हुआ, जिसमे वायरल ग्राफिक शेयर किया गया हो. हालांकि, हमें इसी तरह का एक अन्य ग्राफिक मिला. संभव है कि इसी ग्राफिक को एडिट कर वायरल तस्वीर को बनाया गया हो.
गौरतलब है कि वायरल ग्राफिक में कुछ व्याकरणीय गलतियां भी हैं. जैसे, “यादव समाज की अखिलेश यादव को चेतावनी” की जगह “यादव समाज का अखिलेश यादव को चेतावनी” लिखा गया है. इसके अलावा, इसमें चेतावनी और विस्मयादिबोधक चिन्ह के बीच एक अतिरिक्त स्पेस मौजूद है तथा वायरल पोस्ट के कैप्शन में “चेतावनी” और “यादव समाज” शब्दों को दुहराया गया है, जबकि आमतौर पर मीडिया संस्थान ऐसा नहीं करते हैं.
वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने TAK Channels के क्लस्टर हेड नीरज गुप्ता से संपर्क किया. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि इस ग्राफिक को UP Tak द्वारा प्रकाशित नहीं किया गया है तथा इसे लोगों के बीच भ्रम पैदा करने के लिए शेयर किया जा रहा है.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि वायरल ग्राफिक एडिटेड है. यूपी तक ने ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की है.
Our Sources
Newschecker’s conversation with Neeraj Gupta, Cluster Head, TAK Channels, India Toda Group
Newschecker analysis
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z
Runjay Kumar
January 30, 2025
Komal Singh
January 24, 2025
Runjay Kumar
January 23, 2025
|