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  • अशिन विराथु म्यांमार का एक कट्टरपंथी बौद्ध भिक्षु है जो म्यांमार के अल्पसंख्यक मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए जाना जाता है. 2000 दशक की शुरुआत में राष्ट्रवादी 969 आंदोलन से ये पहली बार चर्चा में आया. धीरे-धीरे ये म्यांमार में सांप्रदायिक नफरत का चेहरा बन गया. 2012 से बौद्धों और मुसलमानों, मुख्य रूप से अप्रवासी रोहिंग्याओं के बीच हिंसा में वृद्धि देखी गई है. अशिन विराथु को टाइम मैगज़ीन ने 2013 में “द फेस ऑफ़ बुद्धिस्ट टेरर” घोषित किया था. इसी साल द गार्डीअन ने विराथु को ‘बर्मा का बिन लादेन’ कहा था. मुसलमानों के खिलाफ़ नफरती भाषण और विभाजनकारी मूवमेंट के लिए जाने जाने वाले कट्टरपंथी बौद्ध भिक्षु अशिन विराथु पर 2019 में म्यांमार की सरकार के खिलाफ घृणा भड़काने और अवमानना का आरोप लगाया गया था और उसपर देशद्रोह का आरोप लगाया गया. विराथु तब भाग गया था, बाद में उसने नवंबर 2020 में अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया. फरवरी 2021 में म्यांमार की मिलिट्री ने म्यांमार में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया और इसी साल के सितंबर में अशीन विराथु को मिलिट्री ने रिहा कर दिया. इसी नाम से ट्विटर पर एक अकाउंट मौजूद है जिसका हैंडल @WirathuAshin है जो अक्सर मुसलमानों के खिलाफ लोगों को भड़काने का काम कर रहा है. लेकिन इस अकाउंट का अशिन विराथु से कोई संबंध नहीं है. ऑल्ट न्यूज़ की विस्तृत पड़ताल के दौरान हमारे सामने चौंकाने वाली सच्चाई उभर कर आई. हमें मालूम चला कि इस एक्स अकाउंट को एक भारतीय चला रहा है जिसका कनेक्शन प्रॉपगेंडा वेबसाईट ऑपइंडिया से भी है. इस शख्स का नाम अनुराग तिवारी है. इस अकाउंट से किया गया हाल का ही एक ट्वीट देखिए. इस भड़काऊ पोस्ट को 2 हज़ार लोगों ने लाइक भी किया है. इस अकाउंट के 23 हज़ार से अधिक फॉलोअर्स हैं. और ये लगातार मुस्लिम और कुकी समुदाय के खिलाफ नफरती बातें लिख रहा है और इस्लाम को भारत के लिए खतरा बता रहा है. आइए हम सिलसिलेवार ढंग से ये जानने की कोशिश करते हैं कि आखिरकार हम इस नफरती हैन्डल को चलाने वाले तक कैसे पहुंचे. इस पूरी पड़ताल को स्टेप बाय स्टेप संक्षेप में समझने के लिए हमने नीचे ये डायग्राम रखा है. और बाद में इसे विस्तार से समझाया है. हमने इस अकाउंट (@WirathuAshin) को खंगाला तो इस साल का पहला ट्वीट हमें 14 मई 2024 का मिला. इस ट्वीट में दावा किया गया है कि ये अकाउंट विराथु अशीन का है. X यानी ट्विटर के पुराने मालिक द्वारा इस अकाउंट को बंद कर दिया गया था. दावा ये भी है कि इसने व्यक्तिगत रूप से एलन मस्क से बात की जिसके बाद उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए विराथू का अकाउंट वापस चालू कर दिया. हमने इस अकाउंट के बारे में ट्विटर पर सर्च किया तो पाया कि 17 जून 2020 को ट्विटर ने इस अकाउंट को सस्पेंड किया था. एक यूज़र ने इस अकाउंट के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा कि इस्लाम के खिलाफ नफरतभरी टिप्पणियों के लिए ट्विटर ने इस अकाउंट को सस्पेंड कर दिया था. Thanks @Twitter The Buddhist Hate monger @wirathuashin account suspended for hateful comments against #Islam pic.twitter.com/68jJhid8mA — Fattu Narendra (@FattuNarendra) June 17, 2020 हमने अशिन विराथू के पुराने ट्वीट्स के आर्काइव्ज़ का सोर्स कोड चेक किया. इसका यूनिक ट्विटर आईडी (1015627225066958848) है. अब अकाउंट के बारे में ज़्यादा जानकारी और इसकी हिस्ट्री जानने के लिए हमने प्राइवेट एक्सेस टूल Memory lol का इस्तेमाल किया. इस टूल में इस अकाउंट का यूज़रनेम डालने पर पता चला कि इस अकाउंट (@WirathuAshin) के अलावे, इसके पहले 2 अन्य यूज़रनेम रह चुके हैं जिनमें से एक (@orianuragtiwari) है और दूसरा (@ThePaapi) है, जिसे समय-समय पर बदला गया था. हमने (@orianuragtiwari) यूज़रनेम्स् से जुड़े ट्वीट्स को वेब आर्काइव में सर्च किया. इस यूज़रनेम से 2 ट्वीट्स, 29 जुलाई 2018 और 7 सितंबर 2018 को आर्काइव किये गए थे. आर्काइव में इस अकाउंट का नाम अनुराग तिवारी है. हमने इन ट्वीट्स के सोर्स कोड में मौजूद यूनिक ट्विटर आईडी (1015627225066958848) सर्च किया. मालूम चला कि ये आईडी वायरल अकाउंट (@WirathuAshin) की आईडी से बिल्कुल मेल खाती है. यानी, जो अकाउंट अभी अशिन विराथु है वही पहले अनुराग तिवारी था. हमने (@ThePaapi) यूज़रनेम से जुड़े ट्वीट्स को वेब आर्काइव में सर्च किया तो हमें इसके द्वारा किये गए कई ट्वीट्स मिले. आर्काइव में मौजूद ट्वीट्स के सोर्स कोड को चेक करने पर पता चला कि ये वही अकाउंट है जिसका यूज़रनेम पहले (@orianuragtiwari) था और नाम ‘अनुराग तिवारी था. बाद में इसमें बदलाव हुए और इसका यूज़रनेम बदलकर (@ThePaapi) किया गया और इसके नाम में कई बार बदलाव हुए. उदाहरण के तौर पर नीचे कुछ ट्वीट्स के लिंक दिए गए हैं और नाम में हुए बदलाव को दिखाया गया है. |Tweet Date |Name |URL |11-5-2019 |पापी 🕵️♂️ |https://web.archive.org/web/20190511153108/https://twitter.com/ThePaapi/status/1127234693781266435 |6-6-2019 |Oppressed Human |https://web.archive.org/web/20190606155612/https://twitter.com/ThePaapi/status/1136663086532685830 |2-7-2019 |Shandilya Anurag |https://web.archive.org/web/20190702071150/https://twitter.com/thepaapi/status/1145953209837449217 |15-8-2019 |Arya |https://web.archive.org/web/20190815083436/https://twitter.com/thepaapi/status/1161919104845901827 |29-9-2021 |The Sin Doctor |https://web.archive.org/web/20190929081307/https://twitter.com/thepaapi/status/1178219601043181568 |21-10-2019 |Anurag Hermit |https://web.archive.org/web/20191021043616/https://twitter.com/thepaapi/status/1185979202429837312 |22-10-2019 |Anurag Hermit भारतीय |https://web.archive.org/web/20191022104920/https://twitter.com/thepaapi/status/1186479393440354304 |7-11-2019 |Anurag Tiwari |https://web.archive.org/web/20191107153820/https://twitter.com/thepaapi/status/1192465503287013377 |9-4-2020 |अनुराग विभूति |https://web.archive.org/web/20200409173413/https://twitter.com/ThePaapi/status/1248302702292959234 |25-5-2020 |अनुराग Tiwari Kashyap |https://web.archive.org/web/20200525193201/https://twitter.com/ThePaapi/status/1264931937929564161 इन सभी ट्वीट्स के आर्काइव के सोर्स कोड में यूनिक ट्विटर आईडी (1015627225066958848) एक ही है. ये साफ तौर पर दिखाता है कि ये सभी ट्वीट्स एक ही अकाउंट के हैं जिसका समय-समय पर यूज़रनेम और नाम बदला गया. इसका सबसे पुराना यूज़रनेम (@orianuragtiwari) था जो कि अनुराग तिवारी नाम के यूज़र के रूप में ट्विटर पर मौजूद था. फिलहाल इस अकाउंट ने अपना यूज़रनेम बदलकर (@WirathuAshin) कर लिया है और अपना नाम अशिन विराथू कर लिया है. उत्तर प्रदेश कनेक्शन आर्काइव में मौजूद 29 जुलाई 2018 के ट्वीट में इस अकाउंट ने अपना लोकेशन उत्तर प्रदेश, भारत मेंशन किया हुआ था. हमने इस अकाउंट के पुराने यूज़रनेम को ट्विटर पर सर्च किया. @orianuragtiwari (वर्तमान में @WirathuAshin) को उत्तर प्रदेश पुलिस और कानपुर पुलिस द्वारा दिए गए 2018 में एक रिप्लाई किया था. चूंकि पुराने ट्वीट्स डिलीट कर दिए गए हैं, इसलिए किस मामले पर पुलिस ने ये रिप्लाई दिया था ये बताना मुश्किल था. लेकिन इस रिप्लाई में एक और अकाउंट (@ptshrikant) टैग था. हमने डेट फ़िल्टर अप्लाई किया तो एक यूज़र का रिप्लाई मिला कि कोई भी बिजली रोक नहीं सकता. यहां से मिले इनपुट के बाद हमने @ptshrikant यानी, श्रीकांत शर्मा का वर्क प्रोफ़ाइल चेक किया. ये 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार के बिजली मंत्री थे. इससे ये स्पष्ट हो जाता है कि अनुराग नाम के यूज़र ने बिजली संबंधित कोई शिकायत ट्विटर पर लिखी थी जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस और तत्कालीन बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा को टैग किया था. और उसपर उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर पुलिस को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था, और कानपुर पुलिस ने संबंधित थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी थी. कौन है अनुराग तिवारी? यहां तक मिले क्लू से हमने अशिन विराथु ट्विटर हैंडल के सबसे पुराने यूज़रनेम @orianuragtiwari को अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मस पर सर्च किया. हमें इस हैंडल का एक इंस्टाग्राम अकाउंट मिला, जिसका नाम अनुराग तिवारी है और इसने अपना एड्रेस कानपुर लिखा हुआ है. इस अकाउंट के डिटेल्स, हमारे पड़ताल में पाए गए डिटेल्स से आंशिक रूप से मेल खाते हैं. इसलिए हमने इस अकाउंट द्वारा जिन 6 अकाउंट्स को फॉलो किया जा रहा था उसे चेक किया. हमने पाया कि उसमें से एक अकाउंट @theindiaflare (इंडिया फ्लेयर) है. इसके बाद हमने इंडिया फ्लेयर (@theindiaflare) का अकाउंट चेक किया. इसके बायो में एक वेबसाइट www.indiaflare.com है. और इस अकाउंट द्वारा मात्र अनुराग तिवारी के इंस्टाग्राम अकाउंट को फ़ॉलो किया जा रहा है. ज्ञात हो कि ये वही इंडिया फ्लेयर की वेबसाइट है जिसके द्वारा मुसलमानों को टारगेट करते हुए फ़र्ज़ी खबर फैलाया जा रहा था, जिसे ऑल्ट न्यूज़ ने 2018 में फैक्ट-चेक किया था. हमने (indiaflare.com) वेबसाइट को चेक किया तो पाया कि ये वेबसाइट फिलहाल निष्क्रिय है. हमने आर्काइव में इस वेबसाइट के होमपेज का सोर्स कोड चेक किया. हमें इस कोड में एक गूगल पब्लिशर आईडी मिला. (ca-pub-2211366945815495) क्या होती है गूगल पब्लिशर आईडी? किसी भी वेबसाइट पर गूगल एडसेंस के माध्यम से विज्ञापन चलाने के लिए उसके कोड में HTML स्क्रिप्ट एड किया जाता है जिसमें एडसेंस अकाउंट की पब्लिशर आईडी भी मौजूद होती है. ये आईडी हर एडसेंस अकाउंट का यूनिक होता है. टूल्स की मदद से इस पब्लिशर आईडी (ca-pub-2211366945815495) को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि फिलहाल 3 ऐसी एक्टिव वेबसाइटस हैं जिनपर इस पब्लिशर आईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है. - jagranjunction(dot)org - bigstark(dot)in - realorscam(dot)wiki यानी, इन तीनों वेबसाइट का एडमिन एक ही आदमी है. हमने एक-एक करके इन तीनों वेबसाइटों को खोला और चेक किया. इन सभी के कोड में एक ही पब्लिशर आईडी (ca-pub-2211366945815495) मौजूद है. यानी, इन सभी वेबसाइट्स को एक ही गूगल एडसेंस अकाउंट के एडमिन द्वारा चलाया जा रहा है. ज्ञात हो कि ये वही यूनिक पब्लिशर आईडी है जो India Flare नाम की फ़र्ज़ी खबर फैलाने वाली वेबसाइट के सोर्स कोड\ में मौजूद था. इनमें से एक वेबसाइट bigstark(dot)in के अबाउट सेक्शन में कसूता आर्या उर्फ अनुराग तिवारी के बारे में जानकारी मौजूद है. इस वेबसाइट पर कसूता आर्या नाम से एक डेडिकेटेड पेज है जिसपर अनुराग तिवारी के बारे में बताया गया है कि वह एक 27 वर्षीय कथित एथिकल् हैकर और साइबरसिक्योरिटी एक्सपर्ट है. इस पेज पर बताया गया है कि Big Stark का फाउंडर कसूता आर्या उर्फ अनुराग तिवारी है. इसके बाद हमने इस पब्लिशर आईडी की हिस्ट्री चेक करने के लिए वेबसाइट प्रोफाइलिंग टूल BuiltWith पर इसे सर्च किया तो पाया कि यहां पर कुल 8 ऐसी वेबसाइट्स इंडेक्स हुई है जिसमें इस पब्लिशर आईडी का इस्तेमाल किया गया था. इनमें से 3 वेबसाइट्स फिलहाल एक्टिव हैं जिनके बारे में हमने उपर दर्शाया है. बाँकी निष्क्रिय वेबसाइट्स को हमने वेब आर्काइव में सर्च किया और उसके सोर्स कोड का मिलान किया. इनमें से लगभग सभी वेबसाइट्स हमें वेब आर्काइव में मौजूद मिली, जिसमें हमें वही पब्लिशर कोड मिला जिससे ये साफ हो जाता है कि इन वेबसाइट्स को भी अनुराग तिवारी द्वारा ही चलाया जा रहा था. इनमें से कई वेबसाइट्स में अनुराग तिवारी का नाम भी मौजूद है. इन वेबसाइट्स का आर्काइव लिंक नीचे दिया गया है. |Website |Archive (with publisher ID/Name/Both) |byetnet(dot)com |https://web.archive.org/web/20180129004037/http://www.byetnet.com/2017/11/change-blogger-post-permalink.html |uparticle(dot)in |https://web.archive.org/web/20191012051432/http://www.uparticle.in:80/p/about.html |pcarya(dot)com |https://web.archive.org/web/20200306083242/https://pcarya.com/shivsena-slaims-congress-over-sawarkar-gay-remark/ |ig2mate(dot)com |N/A |shudraveer(dot)in |https://web.archive.org/web/20230625043109/https://www.shudraveer.in/ads.txt |jagranjunction(dot)org |https://web.archive.org/web/20240625185539/https://www.jagranjunction.org/ |bigstark(dot)in |https://web.archive.org/web/20240625185552/https://bigstark.in/kasuta-arya/ |realorscam(dot)wiki |https://web.archive.org/web/20240625185605/https://www.realorscam.wiki/ इसमें गौर करने वाली एक बात ये भी है कि अनुराग तिवारी की वेबसाइट पर म्यांमार के कट्टरपंथी बौद्ध भिक्षु अशिन विराथु के बारे में एक आर्टिकल 2020 में पब्लिश किया गया था. ऑपइंडिया कनेक्शन हमने इन वेबसाइट्स का किसी अन्य वेबसाइट से कनेक्शन चेक करने के लिए बैकलिंक चेकर टूल का इस्तेमाल किया. जब हमने इनमें से एक वेबसाइट bigstark(dot)in का बैकलिंक चेक किया तो पाया कि इसे राइट-विंग प्रॉपगेंडा वेबसाइट ऑपइंडिया के वेबसाइट से बैकलिंक मिल रहा था. ऑपइंडिया की यूज़र-जेनेरेटेड कॉन्टेन्ट वाली वेबसाइट पर अनुराग तिवारी का एक लेखक प्रोफ़ाइल है जिसके बायो में एक ट्विटर हैंडल (@manuragtripathi) और bigstark(dot)in का लिंक मौजूद है. ज्ञात हो कि ये वही वेबसाइट है जिसपर कसूता आर्या उर्फ अनुराग तिवारी का प्रोफ़ाइल इसके फाउंडर के रूप में मौजूद है. हमने ऑपइंडिया की वेबसाइट पर मौजूद अनुराग तिवारी के ट्विटर हैंडल (@manuragtripathi) को ट्विटर हिस्ट्री सर्च टूल की मदद से चेक किया. इसमें 2018 से 2020 के बीच कई बदलाव हुए थे, 2020 में अनुराग त्रिपाठी ने अपने इस हैंडल को बदलकर (@WirathuMonk) कर लिया था. कसूता आर्या (अनुराग तिवारी) का एक अन्य प्रोफ़ाइल, राइट-विंग प्रॉपगेंडा वेबसाइट ऑपइंडिया की यूज़र-जेनेरेटेड कॉन्टेन्ट वाली वेबसाइट पर मौजूद है. इसके बायो में एक ट्विटर हैंडल (@witharya) मौजूद है. इस पेज के URL में IndiaFlare भी मौजूद है. यानी ये प्रोफ़ाइल भी उसी अनुराग तिवारी की है जिसके द्वारा फेक न्यूज़ फैलाने वाली वेबसाइट India Flare को चलाया जा रहा था. हमने इनमें से एक अन्य वेबसाइट byetnet(dot)com का बैकलिंक चेक किया तो हमें इसका लिंक अमेरिका की Lander University के एक ब्लॉग पर मिला. इस ब्लॉग के कॉमेंट सेक्शन में अनुराग तिवारी के नाम में ये वेबसाइट हाइपरलिंक किया हुआ है. गौर करने वाली बात ये है कि इसी कमेन्ट के नीचे, मात्र कुछ सेकेंड के अंतराल में एक अन्य वेबसाइट sumantiwari(dot)in का नाम कमेन्ट में लिखा गया है. इस वेबसाइट sumantiwari(dot)in को हमने वेब आर्काइव में चेक किया. ये वेबसाइट भी अनुराग तिवारी का है. चूंकि इसके अबाउट सेक्शन में सोशल मीडिया का लिंक दिया हुआ है, जिसमें ट्विटर हैंडल (@orianuragtiwari) मौजूद है. वर्तमान में इसी चैनल का नाम और यूज़रनेम बदलकर अशिन विराथू (@WirathuAshin) किया गया है. वीकीपीडिया हमने इंडिया फ्लेयर के बारे में सर्च करने पर इससे जुड़ा एक वीकीपीडिया पेज भी मिला. इस पेज पर इस वेबसाइट के संस्थापक के रूप में अनुराग तिवारी का नाम मौजूद है और लिखा है कि वह कानपुर यूनिवर्सिटी का छात्र है. इस पेज पर वेबसाइट के लेखक के रूप में सुनैना का नाम मौजूद है जिसमें एक ट्विटर हैंडल (@sunainatripathi) हाइपरलिंक किया हुआ है. ज्ञात हो कि ये वही हैंडल है जिसका यूज़रनेम पहले (@manuragtripathi) था, बाद में इसे बदलकर (@sunainatripathi) किया गया और फिर इसमें एक और बदलाव हुआ और इसका यूजज़नेम बदलकर (@WirathuMonk) किया गया. इस पेज को Witharyans यूज़रनेम के व्यक्ति द्वारा 20 दिसंबर 2018 को बनाया गया था. बता दें कि इससे मिलता-जुलता ट्विटर हैंडल (@witharya) कसूता आर्या उर्फ अनुराग तिवारी के ऑथर प्रोफ़ाइल में राइट-विंग प्रॉपगेंडा वेबसाइट ऑपइंडिया के वेबसाइट पर मौजूद है. बौद्ध धर्म को बताया जैन धर्म की सस्ती कॉपी हमें कसूता आर्या का एक ब्लॉग मिला जिसमें उसने बौद्ध धर्म को जैन धर्म का कॉपी कट बताया है. ये पहली बार नहीं है जब कसूता आर्या उर्फ अनुराग तिवारी ने बौद्ध धर्म पर सवाल खड़ा किया है और उनका मज़ाक बनाया है. इस ब्लॉग के अलावे उसकी इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल और यूट्यूब चैनल पर भी ऐसे वीडियोज़ मौजूद हैं. सोशल मीडिया प्रोफाइल्स हमने कसूता आर्या नाम से गूगल सर्च किया तो हमें एक इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल (@kasutaarya) मिला. इस प्रोफ़ाइल के बायो में bigstark(dot)in वेबसाइट का लिंक मौजूद है. इस इंस्टाग्राम पर बौद्ध धर्म का मज़ाक बनाया गया है और बुद्ध को काल्पनिक बताया गया है. ये आश्चर्य की बात है, क्योंकि एक तरफ अनुराग तिवारी ट्विटर पर अशिन विराथू नाम से अकाउंट बनाकर खुद को बुद्ध का बेटा बताकर पेश करता है, वहीं दूसरी तरफ अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से बुद्ध को काल्पनिक और बौद्ध धर्म को पाखंड बताता है. हमें कसूता आर्या उर्फ अनुराग तिवारी का यूट्यूब चैनल भी मिला जिसपर उसने बुद्ध को काल्पनिक बताया है. लिंक्डइन पर भी अनुराग तिवारी का दो प्रोफ़ाइल मौजूद है जहां उसने अपने अनुभव में Bigstark का नाम मेंशन किया हुआ है. This slideshow requires JavaScript. मुस्लिम पहचान बनाकर इस्लाम के बारे में दुष्प्रचार 2018 में ऑल्ट न्यूज़ ने फ़र्ज़ी खबर फैलाने वाली वेबसाइट India Flair के बारे में फ़ैक्ट किया था. इस फ़ैक्ट-चेक में इस वेबसाइट का हैंडल (@IndiaFlairCom) था. हमने ट्विटर हिस्ट्री टूल की मदद से इस अकाउंट में हुए बदलाव को चेक किया तो पाया कि इसमें कई बार बदलाव हुए. जिसमें इस हैंडल को बदलकर अलग-अलग नाम रखा गया, बाद में इस प्रोफ़ाइल में बदलाव हुआ और इसका नाम नाज़िया खान रखा गया. जिसके बायो में लोकेशन यूनाइटेड स्टेट्स था. हमने नाज़िया खान वाले हैंडल (@NaziaKhanUSA) को आर्काइव में सर्च किया तो पाया कि इस अकाउंट द्वारा इस्लाम विरोधी ट्वीट्स किये जाते थे. आर्काइव में मौजूद कई ट्वीट्स देखने पर मालूम पड़ता है कि इस अकाउंट में हुए बदलाव इस्लाम के दुष्प्रचार के लिए ही किया गया था. इस हैंडल के एक ट्वीट का उदाहरण नीचे मौजूद है. ट्विटर पर कट्टरपंथी बौद्ध भिक्षु अशिन विराथु की पहचान का इस्तेमाल कर रहा अकाउंट (@WirathuAshin) फ़र्ज़ी है जिसके द्वारा मणिपुर के कुकी समुदाय और मुसलमानों के बारे में नफरत भरा पोस्ट किया जा रहा है, असल में ये अकाउंट उत्तर प्रदेश के कानपुर से अनुराग तिवारी नाम के भारतीय व्यक्ति द्वारा चलाया जा रहा है. ये ट्विटर अकाउंट पहले अनुराग तिवारी के नाम से चलाया जा रहा था और उसका लोकेशन उत्तर प्रदेश था. अब यह अकाउंट अपना नाम और यूज़रनेम बदलकर म्यांमार का एक कट्टरपंथी बौद्ध भिक्षु अशिन विराथु के नाम का इस्तेमाल कर रहा है और मुस्लिम और कुकी समुदाय के खिलाफ नफरत भरे पोस्ट कर रहा है. अनुराग तिवारी का गलत जानकारी फैलाने, मुसलमानों के खिलाफ दुष्प्रचार और फर्जी पहचान बनाकर नफरत फैलाने का पुराना इतिहास रहा है. यहां ये भी बताना ज़रूरी है कि अशिन विराथु के असली फ़ेसबुक पेज को भड़काऊ पोस्ट की वजह से 2018 में प्लेटफॉर्म ने हटा दिया था. फिलहाल सोशल मीडिया पर विराथु की कोई मौजूदगी नहीं है. सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें. बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
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