सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सड़क पर चांद-तारे वाले हरे झंडे दिखाई दे रहे हैं. इस पोस्ट को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक (Karnataka) में पाकिस्तानी झंडे लगाए गए हैं.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. वीडियो कर्नाटक के चिकोड़ी इलाके का ही है. लेकिन वीडियो में पाकिस्तानी झंडे नहीं बल्कि इस्लामिक झंडे देखें जा सकते हैं. यह झंडे ईद-मिलाद-उन नबी के मौके पर लगाए गए थे. इस्लाम धर्म के झंडे और पाकिस्तान के झंडे में फर्क होता है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर पाया कि वो झंडा पाकिस्तानी झंडे से कुछ अलग था. पाकिस्तानी झंडे में सफेद रंग का बॉर्डर होता है और इस्लामी झंडे में यह बॉर्डर नहीं होता है.
वायरल वीडियो में नजर आ रहे झंडों को पाकिस्तानी झंडे और इस्लामिक झंडे से मिलाने पर हमने पाया कि यह झंडे पाकिस्तानी झंडे नहीं बल्कि इस्लामिक झंडे से मेल खाते है. ईद-मिलाद-उन नबी के अवसर इस तरह के झंडे घरों और सड़कों पर लगाए जाते हैं.
पुलिस ने हमें क्या बताया ? मामले की पुष्टि के लिए हमने चिकोड़ी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया वहां के PSI ने हमें बताया कि, "सड़क पर पाकिस्तानी झंडे लगाने की कोई घटना नहीं हुई है बल्कि यह ईद-मिलाद-उन नबी के मौके पर इस्लामिक झंडे लगाए गए हैं. "
निष्कर्ष: कर्नाटक में ईद-मिलाद-उन नबी के मौके पर लगाए गए इस्लामिक झंडों को पाकिस्तानी झंडा बताकर भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा है.
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