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Fact Check
सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि आज (20 जुलाई) को यूपी के देवबंद में कांवड़ियों के ट्रक के आगे एक मुस्लिम ने कूदकर आत्महत्या कर ली. यूजर्स वीडियो के साथ लिख रहे हैं कि व्यक्ति ने ऐसा इसलिए किया जिससे कांवड़ियों को फंसाया जा सके कि उन्होंने एक मुस्लिम की जानबूझकर जान ले ली.
वायरल वीडियो में एक पुल के नीचे से ट्रकों को गुजरते देखा जा सकता है. इसी बीच सड़क पर एक व्यक्ति आता है और अचानक एक चलते ट्रक के पहियों के बीच कूद जाता है. ट्रक व्यक्ति के ऊपर से निकलते हुए आगे बढ़ जाता है. फेसबुक और ट्विटर पर वीडियो जमकर वायरल हो रहा है.
इस ट्वीट का आर्कइव यहां देखा जा सकता है.
दरअसल, देश के अलग-अलग हिस्सों से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. कांवड़ यात्रा सावन के महीने का एक प्रमुख पर्व होता है. इस यात्रा में कांवड़िए(श्रद्धालु) अपने-अपने राज्यों से हरिद्वार, गोमुख, ऋषिकेश जैसे कुछ पवित्र स्थल पर गंगाजल लेने पहुंचते हैं. यहां से गंगाजल लेकर कांवड़िए अपने अपने क्षेत्रों वापस आते हैं और शिवरात्रि के दिन शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं. कांवड़ उस बर्तन या टोकरी को कहा जाता है जिसमें श्रद्धालु गंगा जल रखते हैं.
वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे को कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें न्यूज़ वेबसाइट लाइव हिंदुस्तान की एक खबर मिली. खबर में वीडियो का एक स्क्रीनशॉट मौजूद है. खबर में वीडियो को यूपी के देवबंद का ही बताया गया है, जहां कांवड़ियों की गाड़ी के नीचे कूदकर वाहिद नाम के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि लाइव हिंदुस्तान की ये खबर 18 जुलाई 2017 की है, ना कि हाल-फिलहाल की.
खबर में बताया गया है कि कावड़ियों के ट्रक से एक मुस्लिम युवक की मौत होने की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था. लेकिन जब इसका वीडियो सामने आया तो पता चला की वाहिद खुद ही ट्रक के नीचे कूद गया था. लाइव हिंदुस्तान की खबर के अनुसार, वाहिद के परिजनों ने घटना में बगैर कोई कानूनी कार्रवाई किए ही अंतिम संस्कार करने की बात कही थी.
इस मामले पर 19 जुलाई 2017 को नवोदय टाइम्स ने भी खबर प्रकाशित की थी. खबर में पुलिस के बयान के हवाले से लिखा है कि हो सकता है कि यह घटना आकस्मिक हो या फिर इसे धार्मिक हिंसा को बढ़ावा देने के लिए भी अंजाम दिया गया हो. इसलिए पुलिस दोनों पहलुओं से इस मामले की जांच कर रही थी.
वहीं, मामले को लेकर इंडिया टीवी ने लिखा था कि वाहिद के परिवार वाले गरीब थे. घटना के बाद कावड़ियों से भी पूछताछ हुई थी लेकिन कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया था.
देवबंद टाउन यूपी के सहारनपुर जिले में आता है. सहारनपुर पुलिस ने वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे का ट्विटर पर खंडन किया है. पुलिस ने भी अपने ट्वीट में लिखा है कि यह प्रकरण 2017 का है, जिसे वर्तमान का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी.
यहां हमारी जांच में स्पष्ट हो जाता है कि देवबंद की पांच साल पहले पुरानी घटना को ताजा मामला बताकर सांप्रदायिक पोस्ट शेयर किया जा रहा है.
Our Sources
Report of Live Hindustan, published on July 18, 2022
Reports of India TV and Navodaya Times, posted on July 19, 2022
Tweet of Saharanpur Police, posted on July 20, 2022
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