schema:text
| - (ट्रिगर वार्निंग: स्टोरी में हत्या का जिक्र और दृश्य है, पाठक अपने विवेक का इस्तेमाल करें.)
सोशल मीडिया पर दिल्ली के जाफराबाद इलाके के मर्डर (Jafrabad Murder Video) का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे लोक सभा चुनावों के बीच भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है.
दावा: वीडियो को शेयर कर कहा जा रहा है कि, "ये तो शुरुआत है, हिन्दुओं देखो आगे-आगे क्या होता है तुम्हारे साथ, और दो राष्ट्रविरोधी पार्टियों को वोट."
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. मामले में मृतक का नाम नजीर है और मृतक पर हमला करने वाले आरोपी भी मुस्लिम समुदाय से हैं. पुलिस के मुताबिक आपसी रंजिश के चलते हत्या की गई है, इसमें किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
यह घटना नार्थ ईस्ट दिल्ली के गली नंबर 6, चौहान बांगर, जाफराबाद की है.
यह घटना 05 मई 2024 को घटी थी. मामले में 6 में से अबतक 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के DCP ने क्विंट हिंदी से बातचीत में पुष्टि की है कि ये मामला सांप्रदायिक नहीं है.
हमनें सच का पता कैसे लगाया ? : हमनें वायरल वीडियो के कुछ हिस्सों को कीफ्रेम में बांटकर Google Lens की मदद से उनपर इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमारी सर्च में हमें NewsNine की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें इसी वायरल वीडियो की घटना के बारे में बताया गया था.
न्यूज रिपोर्ट्स में हमें क्या मिला ? NewsNine की इस रिपोर्ट के मुताबिक मृतक का नाम नजीर था और पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक उसपर भी आपराधिक मुकदमे दर्ज थे.
यहां से अंदाजा लगाकर हमनें इस घटना से जुड़ी अन्य न्यूज रिपोर्ट्स भी सर्च कीं, तो हमें Times of India और ANI की रिपोर्ट मिलीं. इनमेंमृतक का नाम नजीर बताया गया था. हमें ANI के X हैंडल पर DCP North East की घटना की जानकारी देते हुए एक वीडियो भी मिला.
Times of India की रिपोर्ट में बताया गया था कि पूर्वोत्तर दिल्ली के चौहान बांगर का रहने वाला नजीर अपने भाई आमिर की हत्या का गवाह था और जांचकर्ता यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या उसे अदालत में गवाही देने से रोकने के लिए मारा गया था?
आमिर की कथित तौर पर अल्मास उर्फ अल्लू के गिरोह ने हत्या कर दी थी, जो पूर्वोत्तर दिल्ली में गैंगस्टर छेनू पहलवान से जुड़ा हुआ है.
The New Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया, "आरोपियों ने खुलासा किया है कि हत्या उन्होंने इसलिए की क्योंकि दो दिन पहले नजीर ने उनमें से एक को धमकी दी थी. चारों लड़के नाबालिग हैं. उनसे अभी भी पूछताछ की जा रही है."
पुलिस से बातचीत: टीम वेबकूफ ने DCP North East Delhi जॉय टिर्की से इस घटना को लेकर संपर्क किया तो उन्होंने यह पुष्टि की है कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल शामिल नहीं है. उन्होंने बताया कि अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, सभी मुस्लिम हैं, मृतक भी मुस्लिम है.
निष्कर्ष: दिल्ली के जाफराबाद में हुई मर्डर की घटना को लोकसभा चुनावों के बीच गलत सांप्रदायिक दावों के साथ जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)
(At The Quint, we question everything. Play an active role in shaping our journalism by becoming a member today.)
|