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Fact Check
BJP क्यों जरूरी है देश के लिए? बीजेपी हटी हिन्दुओं के साथ दुर्घटना घटी।
जानिए क्या है वायरल दावा:
अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारियां चल रही हैं। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम की तारीख 5 अगस्त को तय की गई है। ऐसे में फेसबुक पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। ट्वीट में लिखा हुआ है, “हमारी सरकार होती तो मैं नेताजी के नक्शे-कदम पर चलता, चाहे जितनी जाने जाती लेकिन कभी राम मंदिर नहीं बनने देता।”
वायरल दावे के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
फेसबुक पर इस दावे को कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है जिसको आप यहां देख सकते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे ट्वीट की सच्चाई जानने के लिए हमने Twitter Advanced Search का सहारा लिया। इस दौरान हमें अखिलेश यादव द्वारा नवंबर में किए गए ट्वीट्स मिले।
ट्विटर एडवांस्ड सर्च की मदद से अखिलेश यादव की प्रोफाइल खंगालने पर हमने पाया कि उन्होंने 3 नवंबर, 2019 को कोई ट्वीट नहीं किया था। 2 नवंबर, 2019 को उनके हैंडल से दो ट्वीट किए गए थे और इसके बाद अखिलेश ने 4 नवंबर, 2019 को ट्वीट किया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने वेब पेज आर्काइव करने वाली वेबसाइट WayBack Machine की मदद ली। खोज के दौरान हमें 3 नवंबर, 2019 को अखिलेश यादव के ट्विटर हैंडल से किया गया कोई ट्वीट नहीं मिला। नीचे देखा जा सकता है कि अखिलेश यादव ने 2 नवंबर, 2019 के बाद 4 नवंबर, 2019 को ही ट्वीट किया था।
पड़ताल के दौरान हमें 9 नवंबर, 2019 को राम मंदिर पर अखिलेश द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। पिछले साल राम मंदिर पर फैसला आने के बाद इस ट्वीट के माध्यम से अखिलेश यादव ने कविता लिखकर अपनी सहमति जताई थी।
कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल खंगालने पर हमें NDTV और India Express द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट्स मिली।
गूगल कीवर्ड्स सर्च की मदद से खोजने पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।
नवभारत टाइम्स द्वारा प्रकाशित की गई एक मीडिया रिपोर्ट को पढ़ने के बाद हमने जाना कि अखिलेश यादव ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘राम मंदिर पर उनकी पार्टी और बीजेपी का एजेंडा एक ही है। वह भी संविधान के दायरे में शांतिपूर्ण तरीके से राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं।’
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राम मंदिर को लेकर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम पर वायरल हो रहा ट्वीट का स्क्रीनशॉट पूरी तरह फर्ज़ी है। पड़ताल में हमने पाया कि अखिलेश यादव ने इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया है। लोगों को भ्रमित करने के लिए भ्रामक दावा किया जा रहा है।
Sources:
Twitter Advanced Search https://twitter.com/search?lang=en&q=(from%3Ayadavakhilesh)%20until%3A2019-11-05%20since%3A2019-11-02&src=typed_query
WayBack Machine https://web.archive.org/web/20191111140048/https:/twitter.com/yadavakhilesh/
NDTV https://www.ndtv.com/india-news/ayodhya-verdict-ayodhya-case-akhilesh-yadav-reacts-to-ayodhya-verdict-with-a-poem-on-twitter-2130121
Indian Express https://indianexpress.com/article/india/vikas-dubey-encounter-oppn-parties-slams-up-govt-seek-judicial-investigation-6500117/
Navbharat Times https://navbharattimes.indiatimes.com/elections/lok-sabha-elections/news/akhilesh-yadav-said-ram-mandir-has-to-be-made-under-constitutional-boundaries/articleshow/69164627.cms
Result: False
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