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| - Last Updated on जून 20, 2024 by Neelam Singh
सारांश
सोशल मीडिआ पर एक वीडियो पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि दांतों की सड़न को ठीक करने के लिए नारियल तेल, हल्दी और टूथपेस्ट के मिश्रण का इस्तेमाल किया जा सकता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर गलत है।
दावा
इंस्टाग्राम पर जारी एक वीडियो पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि दांतों की सड़न को ठीक करने के लिए नारियल तेल, हल्दी और टूथपेस्ट के मिश्रण का इस्तेमाल किया जा सकता है।
तथ्य जाँच
दांतों की सड़न का क्या अर्थ है और वे क्यों होती हैं?
दांतों की सड़न का प्रमुख कारण दांतों में मौजूद बैक्टीरिया है, जो दांतों में रहकर एक प्रकार के द्रव का रिसाव करते हैं, जिसकी प्रकृति एसिडिक यानी अम्लीय होती है। ये बैक्टीरिया दांतों की ऊपरी परत/इनेमल को प्रभावित करते हैं। इससे दांतों में छोटे गड्ढे हो जाते हैं और दांत सड़ने लगते हैं। आमतौर पर बैक्टीरिया तब भी आक्रमण करते हैं, जब कोई व्यक्ति मीठी चीजों का लगातार सेवन करता है और अपने मुंह एवं दांतों को साफ नहीं रखता है।
दांतों की सड़न का सबसे पहला संकेत आमतौर पर एक सफेद धब्बा होता है, जो इनेमल में खनिज की हानि का संकेत देता है। हालांकि इस वक्त अगर किसी अच्छे दंत चिकित्सक से संपर्क किया जाए, तब दांतों को सड़न से बचाया जा सकता है। वहीं इस स्तर पर मुंह के लार से प्राप्त खनिजों, टूथपेस्ट से मिलने वाले फ्लोराइड से इनमेल स्वयं की मरम्मत भी कर सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि चीनी या चीनी युक्त पदार्थों का सेवन करना दांतों की सड़न के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक है। हालांकि यदि दांतों के सड़न की प्रक्रिया जारी रहती है, तो अधिक खनिज नष्ट हो जाते हैं, जिससे इनेमल कमजोर हो जाता है और स्थायी गड्ढे बन जाते हैं। इसे ठीक करने के लिए दंत चिकित्सक सड़न के कारण बने गड्ढों को भर सकते हैं।
क्या नारियल तेल, हल्दी और टूथपेस्ट दांतों की सड़न को रोकते हैं?
नारियल का तेल मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने और सड़न की रोकथाम में सहायता कर सकता है। हालांकि यह सड़न को ठीक करने का पूर्ण समाधान नहीं है, लेकिन कुछ अध्ययनों से पता चला है कि मुंह में नारियल का तेल लगाने से हानिकारक बैक्टीरिया और प्लाक के निर्माण को कम करके मौखिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। नारियल तेल के रोगाणुरोधी गुण मुंह में बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकते हैं और लगातार उपयोग करने पर संभावित रूप से होने वाली नए सड़न को रोक सकते हैं।
हल्दी का पाउडर दांतों की सड़न को ठीक नहीं करता है। हालांकि इसमें कुछ गुण हो सकते हैं, जो मौखिक स्वास्थ्य में मदद कर सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है, जिसमें सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। ये गुण सड़न के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि हल्दी वास्तव में दांतों की सड़न को ठीक कर सकती है।
टूथपेस्ट स्वयं सड़न का इलाज नहीं करता है लेकिन कुछ टूथपेस्ट, विशेष रूप से फ्लोराइड युक्त, उन्हें रोकने और यहां तक कि सड़न के विकास के शुरुआती चरण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
टूथपेस्ट में मौजूद फ्लोराइड, इनेमल को मजबूत करता है। वहीं कई टूथपेस्ट में ऐसे तत्व होते हैं, जो सड़न बनाने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। ये तत्व प्लाक बिल्डअप को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो दांतों पर एक चिपचिपी परत होती है, जिसमें सड़न उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया उत्पन्न होते हैं।
हालांकि दांतों की सड़न के लिए टूथपेस्ट पर्याप्त नहीं है। दांतों को हुए नुकसान को ठीक करने के लिए दंत चिकित्सक की सलाह की आवश्यकता होती है।
1930 के दशक के एक अध्ययन पर आधारित सुझाव के अनुसार दांतों में सड़न आहार में विटामिन डी की कमी के कारण होती है। इस अध्ययन में, जिन बच्चों ने अपने आहार में विटामिन डी शामिल किया, उनमें दांतों की सड़न में कमी देखी गई। हालांकि जिन लोगों ने अपने आहार से अनाज उत्पादों को हटाते हुए विटामिन डी को भी शामिल किया, उनके परिणाम सबसे अच्छे रहे। ऐसा संभवतः इसलिए होता है क्योंकि दाने दांतों से चिपक सकते हैं।
डॉ. शिवानी सिंह मेहता (MGM हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर CBD बेलापुर, नवी मुंबई की डेंटल प्रभारी) बताती हैं कि टूथपेस्ट मौखिक स्वच्छता बनाए रखने और स्वस्थ मसूड़ों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए, सलाह दी जाती है कि टूथपेस्ट का चयन सावधानी से करें और उपयोग से पहले सामग्री सूची की समीक्षा करें। चिकित्सीय स्थिति वाले व्यक्तियों को किसी भी टूथपेस्ट का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। रोजाना दांतों की अच्छी तरह से साफ करना और मीठे पदार्थों के सेवन में सावधानी बरतने से दांतों की सड़न की संभावनाओं को कम किया जा सकता है।
वहीं डेंटल सर्जन और प्रमाणित इम्प्लांटोलॉजिस्ट डॉ. गगनदीप सोढ़ी (BDS) ने दांतों की सड़न के इलाज में नारियल तेल और हल्दी से बने घरेलू मिश्रण की प्रभावशीलता के बारे में बताया कि यह हर्बल मिश्रण एक मान्यता प्राप्त या मान्य उपचार नहीं है। दांतों की सड़न, जिसे आमतौर पर दांतों में कैविटी कहा जाता है, एक व्यापक स्थिति है, जिसमें दांत की क्षतिग्रस्त संरचना को प्रभावी ढंग से खत्म करने और बहाल करने के लिए आमतौर पर पेशेवर दंत हस्तक्षेप की जरुरत होती है क्योंकि वे ही फिलिंग या अन्य उपचार कर सकते हैं।
अतः उपरोक्त शोध पत्रों एवं चिकित्सक के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि यह दावा गलत है। दांतों की सड़न को ठीक करने के लिए घरेलु उपाय न अपनाकर दंत चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
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