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| - संदेशखाली विवाद (Sandeshkhali) के बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लड़कों को दो लड़कियों के साथ अभद्रता और छेड़छाड़ करते देखा जा सकता है. वीडियो पश्चिम बंगाल का बताया जा रहा है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए कुछ यूजर्स ने राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना की है और कहा है कि इस घटना में रोहिंग्या (Rohingya) शामिल हैं.
(नोट: इस वीडियो में यौन शोषण की घटना होने की वजह से हमनें इन दृश्यों के आर्काइव लिंक नहीं शेयर किए हैं.)
सच क्या है?: न तो यह वीडियो हालि का है और न ही इसका पश्चिम बंगाल से कोई लेना-देना है. यह वीडियो मई 2017 का है, जब उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक सुनसान सड़क पर 14 लोगों ने दो महिलाओं से छेड़छाड़ की थी.
हमनें सच का पता कैसे लगाया?: Google लेंस सर्च में हमें NDTV पर छपी रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया है कि 22 मई 2017 को टांडा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आने वाले एक गांव के पास 14 लोगों ने दो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की थी.
आरोपियों ने इस घटना को अपने फोन पर रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया.
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो कब रिकॉर्ड किया गया, पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है.
इसमें यह भी कहा गया था कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है.
रामपुर के पुलिस अधीक्षक, विपिन टाडा ने कहा था कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और FIR दर्ज की गई थी.
न्यूज रिपोर्ट्स: Times of India की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य आरोपी की पहचान शाहनवाज के रूप में की गई थी. अन्य आरोपियों के नाम दानिश, सद्दाम, फरमान और सिराज हैं.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चार आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) की कुछ प्रासंगिक धाराओं के तहत आरोप लगाए जाएंगे क्योंकि इस कृत्य ने "सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित किया" है.
इसमें आगे बताया गया है कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला प्रशासन द्वारा अपराध शाखा और निगरानी अधिकारियों की चार टीमों का गठन किया गया था.
यूपी पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर चार आरोपियों के नाम भी पोस्ट किए थे.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 A (यौन उत्पीड़न), 354 बी (महिला को निर्वस्त्र करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का उपयोग) के तहत FIR दर्ज की थी.
उन पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया था. 31 मई 2017 को छपी हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 14 आरोपियों में से 12 को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल था.
2022 में भी भ्रामक संदर्भ के साथ वायरल किया गया था वीडियो: यूपी पुलिस ने फरवरी 2022 में एक यूजर को जवाब दिया था, जिसने इस घटना के लिए समाजवादी पार्टी को दोषी ठहराते हुए यही वीडियो शेयर किया था.
ट्वीट में बताया गया कि घटना 2017 की है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है.
बंगाल के संदेशखाली में क्या हुआ ? : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के एक गांव, संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है. महिलाओं का आरोप है कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं ने उनके सात यौन उत्पीड़न किया है.
कई महिलाओं ने दावा किया कि फरार टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके दो सहयोगियों ने कई मौकों पर उनके साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की. इस घटना के कारण ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC0 और विपक्षी बीजेपी के बीच राजनीतिक खींचतान भी जारी है.
निष्कर्ष: हालांकि हम स्वतंत्र रूप से आरोपी की पहचान की पुष्टि नहीं करते, लेकिन यह साफ है कि वीडियो पुराना है और पश्चिम बंगाल से इसका कोई संबंध नहीं है. यह 2017 का है और उत्तर प्रदेश का है.
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