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| - Last Updated on फ़रवरी 16, 2023 by Neelam Singh
सारांश
एक सोशल मीडिया पोस्ट में वीडियो द्वारा दावा किया जा रहा है कि हार्ट अटैक आने के तुरंत बाद अदरक खाने से मरीज को राहत मिलती है क्योंकि अदरक हार्ट में मौजूद ब्लोकेज को कम कर देता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है।
दावा
एक सोशल मीडिया वीडियो द्वारा दावा किया जा रहा है कि हार्ट अटैक आने के तुरंत बाद अदरक खाने से मरीज को राहत मिलती है।
तथ्य जाँच
हार्ट अटैक क्यों आता है?
Center for Disease control and Prevention (CDC) द्वारा प्रकाशित Heart Attack Symptoms, Risk, and Recovery आलेख के अनुसार हार्ट अटैक तब होता है, जब हृदय की मांसपेशी के एक हिस्से को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता है। इसे myocardial infarction भी कहा जाता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) भी हार्ट अटैक का मुख्य कारण है।
हार्ट अटैक के लक्षण क्या है?
Center for Disease control and Prevention (CDC) द्वारा प्रकाशित आलेख के अनुसार सीने के बायीं ओर दर्द होना, जो एक पल में हो और तुरंत ठीक हो जाए, हर वक्त थका महसूस होना, जबड़ा या गर्दन में दर्द होना, दोनों कंधों में दर्द होना और सांस लेने में तकलीफ होना हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण हैं।
क्या अदरक कम करता है हार्ट अटैक का खतरा?
Ginger and Heart Health: From Mechanisms to Therapeutics शीर्षक के तहत National Library of Medicine द्वारा प्रकाशित शोधपत्र के अनुसार कई हर्बल दवाओं का उपयोग नई दवाओं को विकसित करने के लिए किया गया जाता है, जो असरदार होते हैं। प्राकृतिक तत्वों में अदरक का उपयोग कई रोगों में पारंपरिक औषधि के रूप में किया जाता है। अदरक की cardioprotective प्रवृत्ति कार्डियोटोनिक (cardiotonic), एंटी-हाइपरटेंसिव (anti- hypertensive), एंटी-हाइपरलिपिडिमिया (anti-hyperlipidaemia) और एंटी-प्लेटलेट (platelet) प्रभावों में योगदान करते हैं। हालांकि ऐसा कोई शोधपत्र नहीं है, जो इस बात का दावा करता हो कि हार्ट अटैक के तुरंत बाद अदरक खाने से हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
साथ ही इस तथ्य जाँच के दौरान हमने पाया कि वीडियो में मौजूद वक्ता आचार्य मनीष हैं, जो एक प्रसिद्ध आर्युवेदिक चिकित्सक एवं मेडिटेशन एक्सपर्ट हैं।
इस दावे को और बेहतर तरीके से समझने के लिए हमने अमृता स्कूल ऑफ आर्युवेदा के रिसर्च डायरेक्टर डॉ. पी राममनोहर से पूछा तो उन्होंने बताया, हार्ट अटैक के तुरंत बाद अदरक खाने जैसे घरेलू नुस्खे हार्ट ब्लॉकेज को तुरंत दूर नहीं कर सकते। संतुलित दिनचर्या और पूरे एहतियात बरतने के बावजूद भी हार्ट में मौजूद ब्लॉकेज को दूर करने में कई साल लग जाते हैं। साथ ही अभी तक कोई भी दवा ब्लॉकेज को दूर नहीं कर पाई है। इस तरह के दावों की वजह से तत्काल इलाज में देरी करना दिल के दौरे से पीड़ित व्यक्ति के लिए गंभीर हो सकता है।”
संयुक्त राज्य अमेरिका के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ डीन ओर्निश ने प्रदर्शित किया है कि आहार और जीवनशैली के साथ दिल की रुकावटों मतलब हार्ट ब्लॉकेज को दूर करना इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं और आप तनाव प्रबंधन कैसे करते हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अनुसुईया गोहिल बताती हैं, “आयुर्वेद ग्रंथों में अदरक का उल्लेख ‘Vishva Bheshaj’ के रूप में किया गया है, जिसका अर्थ है कि यह कई बीमारियों का इलाज कर सकता है और इस प्रकार यह उपचार में एक बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है, लेकिन फिर भी दिल के दौरे के तुरंत बाद रुकावट को जादुई रूप से हटाने का कहीं उल्लेख नहीं किया गया है।”
आजकल हर्बल और आयुर्वेदिक दवाओं की बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ मानव शरीर पर उनके प्रभाव का वैज्ञानिक रूप से अध्ययन करने के लिए जड़ी-बूटियों पर बहुत सारे अध्ययन किए जा रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही बहुत सारे झूठे दावे भी प्रचलित हैं। डॉ. गोहिल आगे बताती हैं कि अदरक ट्राइग्लिसराइड, कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल और वीएलडीएल को कम करने में उपयोगी साबित होता है। यह दिल को सही आकार में रखने में भी मदद कर सकता है।
अतः उपरोक्त दावों और चिकित्सकों के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि ऐसे दावे केवल भ्रामकता फैलाने के लिए किए जाते हैं और यह दावा बिल्कुल गलत है।
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