सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें सुरक्षा बल का एक जवान CCTV कैमरे पर डंडा मारता दिख रहा है. वीडियो को उत्तरप्रदेश के संभल (Sambhal) में हुई हालिया हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
क्या ये सच है ? : वायरल वीडियो साल 2020 से ही इंटरनेट पर है. 2020 में वीडियो CAA विरोधी प्रोटेस्ट के बाद हुए दिल्ली दंगों के बीच सामने आया था. इस वीडियो के सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस पर आरोप लगे थे कि, पुलिस के कुछ जवानों ने हिंसा के दौरान CCTV कैमरे तोड़े.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल वीडियो को की-फ्रेम में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 2020 के कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में यही वीडियो मिला. यहां से इतना साफ हो गया कि ये वीडियो 2024 में हुई संभल हिंसा का नहीं, बल्कि इससे कम से कम 3 साल पुराना है.
यूट्यूबर ध्रुव राठी ने 2020 में इस वीडियो को शेयर करते हुए सवाल उठाया था कि आखिर दिल्ली पुलिस CCTV कैमरे क्यों तोड़ रही है ?
द क्विंट की 26 फरवरी 2020 की रिपोर्ट में बताया गया है कि ये वीडियो दिल्ली के खुरेजी इलाके का है. जहां पेट्रोल पंप के पास एक पुलिसकर्मी को सीसीटीवी कैमरा तोड़ते हुए देखा गया.
द क्विंट ने खुरेजी इलाके के कुछ दुकानदारों से भी बात की थी. जिन्होंने न सिर्फ ये पुष्टि की कि वीडियो उसी इलाके का है, बल्कि ये भी बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनकी दुकान के बाहर लगे CCTV कैमरे तोड़े थे.
दिल्ली दंगों के दौरान जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के भी कुछ वीडियो सामने आए थे, जिनमें दिल्ली पुलिस के जवान कथित तौर पर यूनिवर्सिटी में लगे CCTV तोड़ते दिख रहे थे.
निष्कर्ष : मतलब साफ है, संभल हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा वीडियो साल 2020 से इंटरनेट पर है.
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