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| - Last Updated on नवम्बर 13, 2023 by Neelam Singh
सारांश
एक वेबसाइट पर जारी लेख के जरिए दावा किया जा रहा है कि तुलसी के पत्ते का सेवन करने से मलेरिया से बचा जा सकता है। जब हमने इस दावे का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा गलत है।
दावा
एक वेबसाइट पर जारी लेख के जरिए दावा किया जा रहा है कि तुलसी के पत्ते का सेवन करने से मलेरिया से बचा जा सकता है।
तथ्य जाँच
मलेरिया क्या है?
मलेरिया एक संभावित जीवन-घातक संक्रामक रोग है, जो प्लास्मोडियम जीनस के परजीवियों के कारण होता है। यह मुख्य रूप से संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है। खासकर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में मलेरिया की बीमारी एक महत्वपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य चिंता है। बरसात के मौसम में हवा में नमी होती है, जो मच्छरों के प्रजनन के लिए अच्छा वातावरण होता है। यही कारण है कि इस दौरान मलेरिया होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
मलेरिया की पहचान अक्सर बुखार से होती है। इसके लक्षणों में सीने में दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, मितली और उल्टी भी शामिल हैं। मलेरिया के रोगियों को कभी-कभी दस्त और पेट में दर्द भी हो सकता है।
क्या तुलसी का पत्ता खाने से मलेरिया से बचा जा सकता है?
नहीं, तुलसी खाने से यह विश्वसनीयता नहीं मिलती है कि अब आपको कभी मलेरिया नहीं होगा या आप मलेरिया से बचे रहेंगी। मलेरिया एक गंभीर मच्छर जनित बीमारी है, जिसके लिए उचित चिकित्सा उपचार और निवारक उपायों की आवश्यकता होती है, जबकि तुलसी का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में इसके रोगाणुरोधी गुणों सहित इसके संभावित स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है।
यह मलेरिया के रोकथाम के तरीकों का विकल्प नहीं है क्योंकि मलेरिया के निवारक उपाय या इलाज के रूप में इसकी प्रभावशीलता का समर्थन करने के लिए कोई निर्णायक वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ध्यान दें कि यह मुख्य रूप से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है, जिसे तुलसी के पत्तियों के सेवन से रोका नहीं जा सकता है।
जनरल फिजिशियन डॉ. अतुल वशिष्ठ दावे के बारे में बताते हैं, “नहीं, मलेरिया की रोकथाम मुख्य रूप से मच्छर नियंत्रण और व्यक्तिगत सुरक्षा से संबंधित विभिन्न रणनीतियों और हस्तक्षेपों पर निर्भर करती है। साथ ही, कुछ मामलों में मलेरिया-रोधी दवाओं पर भी निर्भर करती है जबकि स्वस्थ आहार समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही यह व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी निर्भर कर सकता है इसलिए मलेरिया को रोकने के लिए केवल आहार एक विश्वसनीय या पर्याप्त तरीका नहीं है।
तुलसी के संभावित स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं और यह स्वस्थ आहार का हिस्सा भी हो सकता है लेकिन इसे मलेरिया से बचाव का एकमात्र या प्राथमिक साधन नहीं माना जाना चाहिए। इसे मलेरिया-रोधी दवा या रोकथाम के रूप में उपयोग के लिए सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है क्योंकि अभी तक इस उपाय को आधार बनाने वाले कोई शोध पत्र नहीं हैं। यदि आप ऐसे क्षेत्र में हैं, जहां यह बीमारी फैली हुई है या इसके संपर्क में आने का खतरा है, तो मलेरिया की रोकथाम के लिए चिकित्सीय तरीकों पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है।
मलेरिया के रोकथाम के लिए केवल तुलसी पर निर्भर रहना खतरनाक हो सकता है और इससे निदान और उपचार में देरी हो सकती है, जिससे बीमारी की गंभीरता बढ़ सकती है। यदि आपको मलेरिया के लक्षण हैं, तो उचित निदान और उपचार के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
साथ ही मच्छरदानी, कीट निरोधकों का उपयोग और सुरक्षात्मक कपड़े पहनने जैसे निवारक उपाय मलेरिया होने के जोखिम को कम करने में अधिक प्रभावी हैं। इसके अतिरिक्त वर्तमान में मलेरिया के खिलाफ कई टीके विकसित किए जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन मलेरिया से बचाव के लिए RTS,S /AS01 (RTS,S) टीका लेने की सलाह देता है।
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