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  • सारांश एक सोशल मीडिया पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि माचिस की तीलियों को पीसकर पानी के साथ मिलाकर बिच्छू के काटने वाले स्थान पर लगाने से बिच्छू का जहर उतर जाता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है। दावा एक सोशल मीडिया पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि माचिस की तीलियों को पीसकर पानी के साथ मिलाकर बिच्छू के काटने वाले स्थान पर लगाने से जहर उतर जाता है। तथ्य जाँच बिच्छू के डंक मारने के लक्षण क्या हैं? बिच्छू द्वारा डंक मारने पर शरीर में जहर का फैलना डंक की गहराई, डंक की संख्या, अन्य रोगों की स्थिति, जहर का तेजी से फैलना आदि पर निर्भर करता है। इसके अलावा डंक मारने के लक्षणों में- शरीर में सूनापन, सांस लेने में तकलीफ, मांसपेशियों में अकड़न होना, शरीर में बैचेनी होना, आंखों से धुंधला दिखाई देना, हृदय की धड़कन का असामान्य रूप से धीमा पड़ना आदि शामिल हैं। बिच्छू के डंक मारने पर क्या है उपचार? Indraprastha Apollo अस्पताल द्वारा प्रकाशित ब्लॉग के अनुसार बिच्छू के डंक से ग्रसित व्यक्ति से पहले निम्नलिखित बातें पूछनी चाहिए, जैसे – डंक मारने का समय, स्थान और सामान्य लक्षण। अधिकांश बिच्छुओं का डंक हानिकारक नहीं होता है। शरीर के जिस भाग पर बिच्छू ने डंक मारा हो, उसके आसपास केवल दर्द होता है लेकिन अधिक खतरनाक बिच्छुओं का डंक जानलेवा भी हो सकता है। माचिस की तीली में क्या होता है? माचिस की तीली में सबसे ऊपर हिस्से पर फास्फोरस लगाया जाता है, जो एक अत्यंत ज्वलनशील रासायनिक तत्व है। इसके अलावा पोटैशियम क्लोरेट, लाल फॉस्फोरस, ग्लू (गोंद), पिसा हुआ कांच, सल्फर और स्टार्च की मिलावट की जाती है। इन सबको सीधी अपनी त्वचा पर लगाना हानिकारक हो सकता है क्योंकि माचिस में अनेक तरह के रासायनिक तत्व मौजूद होते हैं। इस दावे के बारे में पूछने पर General Physician डॉ. कश्यप दक्षिणी ने बताया, “बिच्छू के काटने पर माचिस की तीली को लगाने को लेकर कोई शोध उपलब्ध नहीं हैं, जो इस बात का दावा करते हो कि माचिस की तीली से बिच्छू के डंक का उपचार संभव है। वहीं बिच्छू के काटने पर सबसे पहले उस स्थान को साबुन ओर पानी से धोना चाहिए। प्राथमिक चिकित्सा के तहत उस स्थान पर बर्फ या ठंडा पानी लगाना चाहिए। इसके बाद दर्द को कम करने के लिए anti-histamine ड्रग के साथ paracetamol या acetaminophen दवा ली जा सकती है। इसके अलावा Corticosteroid भी दी जा सकती है। बिच्छू काटने पर अगर प्राथमिक उपचार से राहत ना मिले, तो जल्द अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या चिकित्सकों से संपर्क करना चाहिए।” उपरोक्त विवरण और चिकित्सक के दिए बयान के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह दावा बिल्कुल गलत है और बिच्छू के काटने पर माचिस की तीली पानी में मिलाकर लगाने से जहर को नहीं उतारा जा सकता है।
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