सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो में एक पुरुष और एक महिला दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि फोटो में दिख रही महिला को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के संदेशखाली (Sandeshkhali) में टीएमसी कार्यकर्ता ने अगवा किया है. फोटो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
क्या ये सच है ? : वायरल फोटो किसी असली घटना से जुड़ी नहीं है. ये तेलुगू फिल्म विक्रमार्कुडु का एक सीन है, जिसे असली घटना के तौर पर प्रचारित कर गलत सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर हमें Make A GIF वेबसाइट पर फिल्म के सीन जैसा दिखने वाला एक GIF वीडियो मिला. इसमें यह विजुअल भी था. यहां GIF के टाइटल में लिखा था कि ये विजुअल तेलुगू फिल्म विक्रमार्कुडु का है.
यहां से अंदाजा लेकर हमने इस फिल्म के सीन को यूट्यूब पर सर्च किया. प्रोडक्शन हाउस Sribalajimovies के यूट्यूब चैनल पर हमें फिल्म का एक सीन मिला. सीन में 2 मिनट 17 सेकंड पर वही फ्रेम आता है जिसकी फोटो वायरल हो रही है.
साफ है कि वायरल फोटो फिल्म का एक सीन है.
बंगाल के संदेशखाली में क्या हुआ ? : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के एक गांव, संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है. महिलाओं का आरोप है कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं ने उनके सात यौन उत्पीड़न किया है.
कई महिलाओं ने दावा किया कि फरार टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके दो सहयोगियों ने कई मौकों पर उनके साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की. इस घटना के कारण ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC0 और विपक्षी बीजेपी के बीच राजनीतिक खींचतान भी जारी है.
निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में TMC नेताओं पर यौन शोषण के आरोपों से जोड़कर वायरल हो रही फोटो असल में फिल्म का एक सीन है. फोटो में अगवा की गई हिंदू महिला नहीं है.
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