सोशल मीडिया पर भारी भीड़ से पटी हुई एक सड़क की फोटो वायरल है. इसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
क्या है दावा: ? इस तस्वीर को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है कि, "केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ जनता सड़कों पर है."
क्या यह दावा सही है? : नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह तस्वीर जून 2023 से इंटरनेट पर है. यह तस्वीर ओडिशा के जगन्नाथ यात्रा की है. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से इसका कोई संबंध नहीं है.
हमनें सच का पता कैसे लगाया? : फोटो को गूगल लेंस के जरिए सर्च करने पर हमें Wikimedia Commons नाम की वेबसाइट पर यही फोटो मिली. फोटो के डिस्क्रिप्शन में इसका सोर्स ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का X अकॉउंट बताया गया था.
नवीन पटनायक के X अकाउंट पर हमें यह तस्वीर और इसके साथ तीन अन्य तस्वीरें मिली.
इन तस्वीरों का कैप्शन था, "पूछती आंखें, पूछता हुआ मन बड़ाडांडा में भक्त और भगवान का अपूर्व मिलन. जय जगन्नाथ." (ओड़िया से हिंदी में अनुवाद)
नवीन पटनायक के इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी यही फोटो पोस्ट की गई थी, जिसका कैप्शन लगभग X पोस्ट के जैसा ही था.
हमें भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता सारंगी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर यही तस्वीर मिली, जिसका कैप्शन ओड़िया भाषा में लगभग नवीन पटनायक के कैप्शन जैसा ही था.
इन सभी एकाउंट्स पर इस फोटो को 20 जून, 2023 को ही अपलोड किया गया था. जाहिर है फोटो पिछले साल की है. और इसका 2024 में हुई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से कोई संबंध नहीं है.
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर जगन्नाथ यात्रा के लिए जुटी भीड़ की पुरानी फोटो को अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सड़क पर आई जनता का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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