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| - सोशल मीडिया यूज़र्स एक वीडियो शेयर कर रहे हैं. वीडियो में हथियारबंद लोग सड़कों पर लोगों को गोली मारते और उन्हें बंधक बनाते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो के आखिर में कथित तौर पर एक व्यक्ति का गला काटते हुए दिखाया गया है. बता दें कि ये वीडियो अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के संदर्भ में इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ये अफ़ग़ानिस्तान की किसी सड़क का दृश्य है. (आर्काइव लिंक)
Those who believe talibani’s r spreading love and peace. It’s for them I post. .@khanumarfa @RanaAyyub @ReallySwara pic.twitter.com/bEb3cDcFZK
— 🥀🌹 𝕬𝖓𝖆𝖓𝖉𝖎 🌹🥀 (@nair_hena08) August 18, 2021
ट्विटर यूज़र @ UmaShankar2054 ने इस वीडियो के दो मिनट तक के हिस्से को पोस्ट किया. (आर्काइव लिंक)
यह हे शरिया कानून…… और इसको देख करके आपको समझ में आएगा कि इस्लाम कितना शांति प्रिय है..…..😡😡😡 pic.twitter.com/ko6gtY8odt
— 🚩🇮🇳उमा शंकर राघव 🇮🇳🚩8k (@UmaShankar2054) August 18, 2021
इस वीडियो का लंबा वर्ज़न व्हाट्सऐप पर काफ़ी शेयर किया जा रहा है. ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (76000 11160) पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.
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फ़ैक्ट-चेक
वीडियो का लम्बा वर्ज़न देखने पर कई ऐसी चीज़े दिखतीं हैं जिनसे पता चलता है कि यहां असल में किसी को बंधक नहीं बनाया गया था.
1) वीडियो में 48 सेकेंड पर एक नकाबपोश आदमी कथित बंधक से बात करते हुए दिख रहा है. दोनों के पास माइक हैं. दरअसल, पहले वाले आदमी ने एक नोटपैड (जो शायद स्क्रिप्ट है) पकड़ रखा है. कुछ देर बाद लगभग 57 सेकेंड पर एक और आदमी स्क्रीन पर बंधक का माइक एडजस्ट करते हुए दिखता है.
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2) 1 मिनट 26 सेकेंड और 4 मिनट 15 सेकेंड पर एक कैमरापर्सन और एक फ़ोटोग्राफ़र स्क्रीन पर दिखते हैं. इसके अलावा, उन्हें वीडियो में और भी कई बार देखा जा सकता है.
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वायरल वीडियो का सच जानने के लिए, ऑल्ट न्यूज़ ने अच्छी तरह पश्तो भाषा बोलने वाले एक व्यक्ति से बात की. उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि ये नाटक का ही वीडियो है. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि स्क्रीन पर ऊपर बाईं ओर दिख रहा लोगो ‘अफ़ग़ान इंटरनेशनल’ नामक एक चैनल का है.
हमने देखा कि अफ़ग़ान इंटरनेशनल के यूट्यूब चैनल पर सितंबर 2019 में ये वीडियो अपलोड किया था. वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, इसमें अफ़ग़ानिस्तान के मैदान वरदक प्रांत में स्थित जलरेज़ ज़िले के कलाकारों की पिटाई दिखाई गई है.
नीचे अफ़गान इंटरनेशनल का वीडियो और वायरल वीडियो के फ़्रेम की तुलना की गयी है. दोनों तस्वीरें इस तरह से ली गई हैं कि इनमें दिख रहा लोगो फ़ोकस में रहे.
सितंबर 2019 में पत्रकारों सहित कई लोकल ट्विटर यूज़र्स ने इस घटना के बारे में पोस्ट किया था. (पहला लिंक, दूसरा लिंक, तीसरा लिंक)
شهروندان غرب کابل، گروگانگیری های جلریز را تمثیل کردند
دهها تن از شهروندان غرب کابل با اجرای تئاتر خیابانی خواستار پایان دادن به ناامنی و گروگانگیری در منطقه جلریز – شاهراه میدان وردک شدند./صدای افغان pic.twitter.com/SnaLhrwiD4
— Sayed Habib Sadat (@sadat1359) September 16, 2019
The Death road theater were organized and conducted by the civil
society activists to condemn the daily genocide of #Taliban on Jalrez road where it connects all central provinces mainly hazara ethnics uses this road to travel to #Bamiyan, #Daikundi & Ghor #AfghanPeaceProcess pic.twitter.com/hdkI05W49N
— Rauf Merzayi (@Merzayi) September 17, 2019
सर्च करने से पता चला कि जलरेज़ अक्सर ख़बरों में रहता है. द न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार, जलरेज़ में पश्तून लोग बहुत हैं जो तालिबान से सबसे ज़्यादा नज़दीकी जातीय समूह है.
अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की खबरें कवर करने वाले एक अंग्रेजी भाषा के न्यूज़ आउटलेट गांधार की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने मई में जलरेज़ पर कब्ज़ा कर लिया था.
अफ़ग़ानिस्तान के जलरेज़ ज़िले के एक नुक्कड़ नाटक का वीडियो हाल में तालिबान द्वारा अफ़गानी लोगों को गोली मारने के रूप में शेयर किया गया. बूमलाइव ने भी इस वीडियो का फैक्ट-चेक किया था. गौर करें कि अफ़ग़ानिस्तान से हाल ही में हिंसा की खबरें आई हैं.
I spoke to an Afghan activist who is hiding in a safe house in #Kabul.
He has a U.S. visa and is on the evacuation list.
But Taliban refusing to let him enter airport. Today, the fifth time he tried, they fired in his direction, narrowly missing him.https://t.co/TFPcNIT8r7
— Frud Bezhan فرود بيژن (@FrudBezhan) August 19, 2021
CNN’s @ClarissaWard reports on the hurdles Americans and Afghans have been facing trying to get to Kabul’s airport as Taliban fighters attempt to block access with gunfire and violence.
(This video has been updated to correct an editing issue.) https://t.co/EEjO64aM7u pic.twitter.com/8ZgeigoSaF
— CNN (@CNN) August 19, 2021
ज़ाइद हामिद ने अफ़गानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद टीवी पर वहां मौजूद हिन्दुओं के क़त्ल की बात कही?
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