यह वीडियो छत्तीसगढ़ के कोरबा का है। इस बात की पुष्टि हमने स्थानीय मीडिया कंपनी के सीईओ से की है। मथुरा के एसपी ने इस दावे को गलत बताया है।
हाल ही में मथुरा (Mathura) में 6 दिसंबर को हुई बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) गिराने की बरसी पर कुछ हिंदू संगठनों ने शाही ईदगाह मस्जिद (Shahi Idgah Masjid) पर जलाभिषेक करने का ऐलान किया था। उसके बाद पुलिस ने शहर में धारा-144 लगा दी थी।
इसके पार्श्वभूमि पर एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है। उसमें आप भीड़ को पुलिस के बैरिकेड हटाते हुए देख सकते है। उनके हाथों में आप केसरी रंग के झंडे भी देख सकते है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो मथुरा का है।
वायरल हो रहो पोस्ट के साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “सुना है मथुरा में कृष्ण भक्तों ने बेरीकेटिंग तोड़ दी जय श्री कृष्णा हर हर महादेव।“
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने मथुरा के एसपी डॉ. गौरव ग्रोवर को यह वीडियो भेजा तो उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो मथुरा का नहीं। इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। जिस शख्स ने इस गलत खबर को फैलाया है हमने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।”
मथुरा पुलिस ने ट्वीटर पर 8 दिसंबर को इस वीडियो के बारे में स्पष्टिकरण दिया था। उसमें उन्होंने लिखा कि इस वीडियो का मथुरा से कोई संबन्ध नहीं है। इसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है और इसमें कार्रवाई की जा रही है। लोगों से ऐसी अफवाह न फैलाने का आग्रह है।
इससे हमें यह पता चल गया कि वायरल हो रहा वीडियो मथुरा का नहीं ।
फिर वायरल वीडियो कहा का है?
हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। परिणाम में हमें यही वीडियो 13 अक्तूबर को क्लिपर 28 द्वारा प्रसारित किया हुआ मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है कि कोरबा में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में ‘हिंदू हुंकार रैली’ आयोजित की गई थी और ये वीडियो उसका है।
इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने क्लिपर 28 के सीईओ आर. अजित से संपर्क किया व उनसे इस वीडियो के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो छत्तीसगढ़ के कोरबा का है। वहाँ विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने एक रैली आयोजित की थी। दरअसल उसके कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ के कवर्धा में कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बजरंग दल के ध्वज को निकाल कर नष्ट कर दिया था, जिसकी वजह से वहाँ हिंदू व मुस्लिम समुदाय के बीच झड़प हो गयी थी। इस मामले में पुलिस ने बजरंग दल के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके खिलाफ कोरबा में विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने रैली निकाली थी।”
नई दुनिया द्वारा 12 अक्तूबर को प्रकाशित किया हुआ एक लेख मिला। उसमें इस बात की जानकारी दी गयी है कि कोरबा में विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने एक रैली का आयोजन किया था। लेख में लिखा है कि कवर्धा में हुई हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने छत्तीसगढ़ कई शहरों में हिंदू आक्रोश हुंकार रैली निकाली। उनका आरोप था कि प्रशासन ने इस मामले में एक तरफा कार्रवाई की है। कोरबा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगायी गई बैरिकेड लांघकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचे और वहाँ उन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सैंपा।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो मथुरा का नहीं, बल्कि इस वर्ष अक्तूबर में छत्तीसगढ़ के कोरबा में आयोजित की गई रैली का है।
Title:मथुरा में कृष्ण भक्तों द्वारा बैरिकेड तोड़ने का यह वीडियो नहीं; यह छत्तीसगढ़ की ‘विहिंप’ रैली हैFact Check By: Rashi Jain
Result: False