Fact Check : सपा नेता वीरपाल सिंह यादव के पुराने बयान से जुड़ी अधूरी क्लिप वायरल करके फैलाया गया भ्रम
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। सितंबर 2018 के बयान की अधूरी क्लिप अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है।
By: Ashish Maharishi
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Published: Feb 26, 2025 at 04:49 PM
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नई दिल्ली (Vishvas News)। पूर्व राज्य सभा सांसद और समाजवार्दी पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरपाल सिंह यादव की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। 26 सेकंड की इस क्लिप में उन्हें भाजपा के खिलाफ बोलते हुए भगवान शिव और राम के खिलाफ बोलते हुए दिखाया गया है। इस क्लिप को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। सितंबर 2018 के बयान की अधूरी क्लिप अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है। हमारी जांच में वीरपाल सिंह यादव से जुड़ी वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर रोहित वशिष्ठ ने 25 फरवरी को एक वीडियो क्लिप अपलोड करते हुए लिखा, “बीजेपी की जान राम और शिव में बसती है अतः आप लोग राम और शिव पर अटैक करो। समाजवादी पार्टी का नेता वीरपाल यादव चुस-रमानों को समझाते हुए।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर कई यूजर्स शेयर कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल क्लिप के बारे में जानने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्स निकाले। फिर इन्हें गूगल लेंस टूल के जरिए रिवर्स सर्च किया। हमें एबीपी लाइव डॉट कॉम पर एक खबर मिली। इसमें वीडियो ग्रैब का इस्तेमाल करते हुए 26 सितंबर 2018 की खबर में लिखा गया, “हिन्दू देवताओं पर विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी के नेता वीरपाल सिंह यादव के खिलाफ मामला दर्ज हो गया। वीरपाल के इस बयान का वीडियो बरेली में वायरल हो गया था, जिसके बाद बिथरी चैनपुर थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।” पूरी खबर यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
गूगल ओपन सर्च करने पर हमें जागरण डॉट कॉम पर एक पुरानी खबर मिली। 28 जून 2019 की इस खबर में बताया गया, “पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल सिंह यादव को पिछले साल सावन माह में कांवड़ियों को लेकर की गई टिप्पणी भारी पड़ सकती है। उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में पुलिस ने आरोप तो लगभग तय कर दिए हैं। अब पुलिस ने शासन से वीरपाल सिंह पर मुकदमा चलाने के लिए अनुमति मांगी है। पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल सिंह यादव भी उमरिया गांव पहुंच गए। उन्होंने कांवड़ियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। जिसको लेकर एक वर्ग विशेष में आक्रोश फैल गया था। पुलिस ने इस मामले में पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल यादव के खिलाफ धार्मिक भावनाओं का भड़काने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था।” पूरी खबर यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान पत्रिका आगरा के यूट्यूब चैनल पर हमें असली वीडियो मिला। 25 सितंबर 2018 को अपलोड इस वीडियो रिपोर्ट में वीरपाल सिंह यादव को वायरल क्लिप वाली बात बोलते हुए सुना जा सकता है।
जांच के अंत में हमने सपा के वरिष्ठ नेता वीरपाल सिंह यादव से संपर्क किया। उन्होंने विश्वास न्यूज से बातचीत में कहा कि उनके पुराने बयान को बिना संदर्भ के एडिट करके वायरल किया जा रहा है। यह काफी पुरानी बात है।
फेसबुक यूजर रोहित वशिष्ठ की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि इसके चार हजार से ज्यादा फ्रेंड हैं। इससे ज्यादा जानकारी इस यूजर के बारे में नहीं पता चला।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में सपा नेता वीरपाल सिंह यादव की वायरल क्लिप पुरानी साबित हुई। 2018 के बयान से जुड़ी क्लिप को अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है। हमारी जांच में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई।
Claim Review : सपा नेता वीरपाल सिंह यादव ने किया राम व शिव का अपमान
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Claimed By : FB User Rohit Vashistha
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Fact Check : भ्रामक
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