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| - सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक व्यक्ति कई लोगों के पेट और पीठ को छूकर थपथपाता दिख रहा है. ये लोग शायद इस व्यक्ति से बीमारियों का इलाज कराना चाह रहे हैं. वीडियो शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि लोग इस फ़र्ज़ी डॉक्टर से जांच करा रहे थे. पोस्ट में यूज़र्स ने इलाज करने वाले को ‘मौलाना साहब’ या ‘मुल्ला’ बताया है.
सोशल मीडिया पर लगातार सांप्रदायिक ग़लत सूचनाएं शेयर करने वाला वेरिफ़ाईड X यूज़र रौशन सिन्हा ने इस क्लिप को ये कहते हुए शेयर किया कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाने की ‘मूर्खता’ के लिए ‘मरीजों’ को दोषी ठहराया जाना चाहिए. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, वीडियो को 30 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और 3,200 से ज़्यादा बार रिशेयर किया गया है.
What kind of idiocy is it? I blame these women for going to such frauds…
And if something goes wrong, everybody will blame the govt..pic.twitter.com/cLgBj0GFX6
— Mr Sinha (@MrSinha_) July 4, 2024
अन्य X यूज़र्स ने भी ‘उपचार प्रक्रिया’ पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष करते हुए ऐसा ही दावा कर रहे हैं.
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फ़ैक्ट-चेक
हमने वायरल वीडियो पर एक वॉटरमार्क देखा जिस पर ‘पीस टीवी’ लिखा था. इसे ध्यान में रखते हुए, हमने एक सबंधित की-वर्डस सर्च किया. हमें एक फ़ेसबुक वीडियो मिला जिसे ‘पीस टीवी BD‘ नामक फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल ने अपलोड किया था. बारिसल, बांग्लादेश से संचालित प्रोफ़ाइल के 14 लाख फ़ॉलोअर्स हैं,और ये खुद को ‘मीडिया/समाचार कंपनी’ के रूप में बताता है.
वीडियो 30 जनवरी 2024 को शेयर किया गया था.
মাওয়া রাগি পীরের চিকিৎসার ভিডিও ভাইরাল !
মাওয়া রাগি পীরের গো/পন চিকিৎসার ভিডিও ভাইরাল !
Posted by Peace Tv BD on Tuesday 30 January 2024
हमने देखा कि ये वीडियो जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुई क्लिप से कहीं ज़्यादा लंबा है. वायरल हिस्सा 3 सेकेंड से शुरू होता है और लगभग 5 मिनट 19 सेकेंड तक चलता रहता है.
वीडियो के अंतिम दो फ़्रेम में से एक में वार्निंग मैसेज और दूसरे में टाइटल कार्ड दिखाया गया है. बंगाली में लिखे मैसेज में कहा गया है: “ऐसे ‘बाबाओं’ से खुद को बचाना आपकी ज़िम्मेदारी है.” टाइटल कार्ड में लिखा है: “पीस मल्टीमीडिया द्वारा निर्देशित.”
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इससे पता चलता है कि ये एक स्क्रिप्टेड वीडियो है जो जागरूकता के मकसद से बनाया गया है.
फ़ेसबुक पेज पर एक यूट्यूब चैनल का लिंक भी है जिसने ये वीडियो शेयर किया है. चैनल खुद को बांग्लादेश का एक संगठन बताता है, जो अन्य चीजों के अलावा, ‘शॉर्ट फ़िल्म’ और ‘इस्लामी नाटक’ को कवर करता है.
हमने ये भी देखा कि इस चैनल के अन्य वीडियोज़ समान सामाजिक और घरेलू मुद्दों से संबंधित हैं जिनमें बेवफाई से लेकर लैंगिक अन्याय तक, साथ ही धोखेबाजों के पकड़े जाने और दंडित होने के उदाहरण भी शामिल हैं.
इसके अलावा, वायरल वीडियो में जिस ऐक्टर को नकली डॉक्टर के रूप में दिखाया गया है, उसे चैनल के कई अन्य वीडियो में अलग-अलग अवतार में देखा जा सकता है.
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इससे साबित होता है कि वीडियो नाटकीय हैं और इसमें असली घटनाओं को नहीं दिखाया गया है. इसलिए फर्ज़ी डॉक्टर का वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है और बांग्लादेश का है.
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