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| - सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ कांग्रेस (Congress) नेताओं की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ लोगों को तोड़ फोड़ करते हुए देखा जा सकता है.
दावा: वीडियो को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि, "कांग्रेस की नव निर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा जब अपने ऑफिस पहुंची तो 8500 मांगने वाले लोग आ गए."
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह बात सही है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की है. और इनकी प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान हंगामा भी हुआ था. लेकिन इस हंगामे का कांग्रेस की महालक्ष्मी योजना से कोई संबंध नहीं है.
लेकिन: कुमारी सैलजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह हंगामा अन्य कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री परमवीर सिंह के समर्थकों ने किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परमवीर सिंह के समर्थक उनकी एंट्री नहीं होने से नाराज थे.
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना में 13 जून को हुई थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कुमारी सैलजा चुनाव के बाद टोहाना में वोटर्स और पार्टी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद देने पहुंची थीं.
हमनें सच का पता कैसे लगाया ? हमनें इस वीडियो की कीफ्रेम पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमारी सर्च में हमें The Tribune अखबार के Youtube चैनल पर यही वीडियो मिला, जिसे 14 जून 2024 को अपलोड किया गया था.
इस वीडियो का टाइटल था - "टोहाना में सिरसा सांसद कुमारी शैलजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ड्रामा, जब परमवीर सिंह ने जबरन खुलवाया गेट." (अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद)
इसके सिवा हमें ZeeNews की एक रिपोर्ट मिली जिसका टाइटल था, 'फतेहाबाद में कुमारी सैलजा की PC में हंगामा, परमवीर सिंह के समर्थकों ने तोड़ा गेट.'
पंजाबी केसरी हरियाणा की इस रिपोर्ट में भी तोड़फोड़ की वजह पूर्व मंत्री परमवीर सिंह की एंट्री नहीं होना बताया गया था.
दावे में इस्तेमाल 8500 रूपए का मामला ? : कांग्रेस पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनाती है तो महालक्ष्मी योजना के तहत हर गरीब परिवार की मुखिया महिला को सालाना 1 लाख रुपये (या 8,500 रुपये प्रति माह) देगी. लेकिन 04 जून 2024 को घोषित चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बहुमत नहीं मिला और NDA ने तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाई.
महालक्ष्मी योजना से जोड़कर और भी वीडियो भ्रामक दावों के साथ वायरल किए गए हैं, जिनका फैक्ट-चेक यहां, और यहां पढ़ा जा सकता हैं.
निष्कर्ष: कुमारी सैलजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा 8500 रूपए मांगने वाले लोगों ने नहीं किया बल्कि अन्य कांग्रेस नेता परमवीर सिंह को एंट्री नहीं मिलने की वजह से उनके समर्थकों ने किया था.
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