फैक्ट चेक: बिहार के अवनीश कुमार के कबाड़ से विमान बनाने के दावे का सच
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा विमान बांग्लादेश का है जिसे जुल्हास मोल्ला नाम के एक युवक ने बनाया है.
सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के साथ दावा किया गया कि बिहार के अवनीश कुमार ने केवल स्क्रैप का इस्तेमाल करके महज सात हजार रुपये की लागत में हवाई जहाज बना दिया. इसी के साथ यूजर उनके टैलंट की खूब तारीफ कर रहे हैं.
बूम ने फैक्ट में पाया कि वीडियो बांग्लादेश का है, जहां मानिकगंज के रहने वाले जुल्हास मोल्ला नाम के शख्स ने लगभग 100 किलोग्राम का यह विमान बनाकर तैयार किया था.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर यह वीडियो और इससे जुड़े स्क्रीनशॉट बड़े पर पैमाने पर वायरल हैं. वीडियो में खुले मैदान में भारी भीड़ के बीच एक विमान उड़ान भरता नजर आ रहा है. इस विमान में एक युवक भी मौजूद है.(आर्काइव लिंक)
यूजर इसे बिहार का बताते हुए दावा कर रहे हैं कि मुजफ्फरपुर के रहने वाले अवनीश कुमार ने कबाड़ की मदद से इस विमान को बनाया है, जिसे बनाने में सिर्फ एक सप्ताह का समय और सात हजार रुपये लगे हैं. (आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया यूजर के अलावा न्यूज 18, इंडिया न्यूज, इंडिया.कॉम जैसे न्यूज आउटलेट ने भी इसी फर्जी दावे के साथ खबरें प्रकाशित कीं.
पड़ताल में क्या मिला
पड़ताल के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो बांग्लादेश का है. मानिकगंज के रहने वाले 28 वर्षीय जुल्हास मोल्ला ने इस विमान को बनाया था, जिसकी कुल लागत 8 लाख टका थी.
बांग्लादेश का है वीडियो
रिवर्स इमेज सर्च और संबंधित कीवर्ड की मदद से हमें उसी विमान के एक विजुअल के साथ बांग्लादेशी आउटलेट द डेली स्टार की 6 मार्च 2025 की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया कि 4 मार्च को भीड़ के उत्साह के बीच, मानिकगंज के शिबालय उपजिला स्थित शैतगढ़ टेउटा गांव के 28 वर्षीय इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक जुल्हास मोल्ला ने अपने हाथों से बनाया एक अल्ट्रालाइट विमान सफलतापूर्वक उड़ाया.
करीब 100 किलो के वजन वाला यह विमान एल्यूमिनियम, स्टील और लोहे से बनाया गया था और इसमें 7 हॉर्सपावर का वॉटर पंप इंजन लगा था. Tbsnews की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें डिजिटल स्पीडोमीटर और एल्युमीनियम पंखे लगे हैं. इसका इंजन ऑक्टेन या पेट्रोल पर चलता है, जो अधिकतम 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंचने में सक्षम है.
Rtv News की वीडियो रिपोर्ट में इस संबंध में जुल्हास का बयान भी देखा जा सकता है.
विमान की लागत लगभग 8 लाख टका है
Thefinancialpost और Nagorik.prothomalo की खबर के अनुसार जुल्हास ने विमान के लिए तीन साल तक रिसर्च किया और फिर अगले एक साल में इसे बनाकर तैयार किया था. रिपोर्ट में जुल्हास के हवाले से बताया गया कि विमान की कुल लागत लगभग 8 लाख टका (करीब 5.7 लाख रुपये) है. एक अन्य रिपोर्ट में मानिकगंज के डिप्टी कमिश्नर मनोवर हुसैन मोल्ला के हवाले से सरकार द्वारा जुल्हास को शोध के लिए वित्तीय समर्थन देने की भी बात कही गई थी. जुल्हास के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर भी इस विमान से संबंधित कई वीडियो मौजूद हैं.