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| - Last Updated on जून 30, 2023 by Neelam Singh
सारांश
एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि नूडल्स खाने से पाचन तंत्र को नुकसान होता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा ज्यादातर गलत है।
दावा
एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि नूडल्स खाने से पाचन तंत्र को नुकसान होता है।
तथ्य जाँच
नूडल्स में कौन से खाद्य पदार्थ मौजूद होते हैं?
शोध बताते हैं कि नूडल्स को बनाने के लिए मैदा का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें पहले मैदा को किण्वन (Fermentation) की प्रक्रिया से गुजारा जाता है। आमतौर पर मिलने वाले नूडल्स में मैदा एक अहम सामाग्री होती है लेकिन शोध बताते हैं कि आजकल चावल और गेहूं के आटे से बना नूडल्स, ज्वार, बाजरा या रागी का बना नूडल्स भी प्रयोग में लाया जा रहा है। बाजरा से बने नूडल्स में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
पाचन तंत्र को कैसे स्वस्थ रखा जा सकता है?
एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ पाचन तंत्र का होना बेहद जरूरी है क्योंकि इसके द्वारा ही पूरे शरीर को ऊर्जा मिलती है। हालांकि हर व्यक्ति की बाहरी एवं आंतरिक शारीरिक अवस्था अलग-अलग होती है इसलिए हर व्यक्ति की जरूरतें भी भिन्न हो सकती हैं। शोध बताते हैं कि संतुलित और पोषणयुक्त आहार का सेवन, नियमित तौर पर व्यायाम करना, वजन को नियंत्रित रखना, पूरी नींद लेना और तनाव ना लेने से पाचन तंत्र को दुरुस्त रखा जा सकता है।
क्या नूडल्स पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं?
शोध बताता है कि ज्यादा मात्रा में नूडल्स का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जैसे – हृदय संबंधी बीमारियों के होने की संभावना का बढ़ना, वजन का बढ़ना, शरीर में पोषक तत्वों की कमी इत्यादि।
चीफ डायटिशियन एवं डायबिटीज प्रशिक्षक डॉ. प्रियंवदा दीक्षित बताती हैं, “नूडल्स एक प्रसंस्कृत (प्रोसेस्ड) खाद्य पदार्थ है और नूडल्स खाने से पाचन तंत्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं जैसे – कब्ज, सूजन, आदि हो सकती है, जो समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। हालांकि नूडल्स को अगर गेहूं या चावल के आटा से बनाया गया हो, या फिर ज्वार, रागी या बाजरा से बनाया गया हो, तो यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। साथ ही इनके साथ अगर हरी सब्जियों को भी शामिल किया जाए, तो ये पाचन तंत्र के लिए स्वास्थवर्धक हो सकती हैं। मैदा से बना खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए।”
साथ ही नूडल्स की चहेती ब्रांड अपने FAQ सेक्शन में बताती है कि नूडल्स को बनाने के लिए मैदा का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे पैकेट पर पढ़ा जा सकता है। यह लेख बताता है कि मैदे में ग्लूटेन होता है, जो गेहूं में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। सीलिएक रोग या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों को मैदा का सेवन करने से बचना चाहिए।
अतः उपरोक्त शोध पत्रों एवं चिकित्सक के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि यह दावा ज्यादातर गलत है क्योंकि जरूरी नहीं है कि नूडल्स को केवल मैदा से ही बनाया जाए बल्कि इसे स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद भी बनाया जा सकता है।
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