ट्रिगर वार्निंग: परेशान करने वाले विजुअल्स
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक क्लिप काफी शेयर की जा रही है जिसमें पुलिसकर्मी रेफ्रिजरेटर से एक महिला का शव निकाल रहे हैं. यूज़र्स ने दावा किया है कि ये अवशेष गुलनाज नाम की मुस्लिम महिला के हैं जिनकी हत्या उनके पति संजय ने की थी. वीडियो को ‘भगवा लव ट्रैप’ के एक मामले के रूप में शेयर किया जा रहा है.
‘भगवा लव ट्रैप‘ एक कांस्पीरेसी थ्योरी है जो राईटविंगर्स के ‘लव जिहाद’ दावों के प्रतिवाद के रूप में मुसलमानों के चुनिंदा ग्रुप्स के बीच लोकप्रिय है. ‘भगवा लव ट्रैप‘, सिद्धांत के समर्थकों के मुताबिक, हिंदू पुरुष जानबूझकर मुस्लिम महिलाओं को रोमांटिक रिश्तों में फंसाते हैं ताकि उन्हें हिंदू धर्म या सनातन धर्म अपनाने और इस्लाम से दूर जाने के लिए मजबूर किया जा सकें.
महिला के शव की बरामदगी की क्लिप 26 जनवरी को X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) अकाउंट ‘@T_A_backup’ ने शेयर की थी. कैप्शन में कहा गया है कि पीड़िता गुलनाज़ ने संजय से शादी करने के बाद हिंदू धर्म अपना लिया था और अपने विरोध करने पर अपने माता-पिता को पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी दी थी. इस व्यक्ति ने कहा, “बाद में गुलनाज़ का सड़ता हुआ शव एक फ्रिज में मिला जहां संजय का कुछ पता नहीं चला.” (आर्काइव)
एक और X हैन्डल ‘@NazneenAkhtar23’ ने 24 जनवरी को ये क्लिप इस कैप्शन के साथ पोस्ट की. कैप्शन में वायरल दावे को दोहराया गया है. (आर्काइव)
कई लोगों ने भी इस क्लिप को ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया.
फ़ैक्ट-चेक
सोशल मीडिया पोस्ट को ध्यान में रखते हुए, ऑल्ट न्यूज़ ने सबसे पहले स्थान, देवास, मध्य प्रदेश के बारे में सर्च किया. इससे हमें कथित हत्या पर 11 जनवरी की न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. द हिंदू की एक रिपोर्ट में देवास पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत के हवाले से कहा गया है कि प्रतिभा प्रजापति नाम की महिला की हत्या कर दी गई थी और आरोपी उसका लिव-इन पार्टनर संजय पाटीदार था.
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि पाटीदार एक विवाहित व्यक्ति था जो पिछले पांच सालों से प्रतिभा के साथ रह रहा था. शादी की जिद करने पर उसने कथित तौर पर एक दोस्त की मदद से उसकी हत्या कर दी. प्रजापति के शव की पोस्टमॉर्टम जांच से पता चला कि उसकी हत्या सात महीने पहले की गई थी.
12 जनवरी को द टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने रिपोर्ट किया कि प्रजापति के परिवार ने उनके अवशेषों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. बाद में उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए एक समुदाय के सदस्य को सौंप दिया गया.
पीड़िता का उपनाम प्रजापति है जिसका मतलब है ‘पूर्वज’ या ‘प्राणियों का स्वामी’, इसकी जड़ें हिंदू परंपरा और पौराणिक कथाओं में हैं और प्रजापतियों का समुदाय हिंदू धर्म से संबंधित है.
कुल मिलाकर, ये साफ है कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं था. आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय यानी हिंदू धर्म से हैं.
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