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Fact Check
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि जिन ISKCON वालों ने ईद के दौरान मुस्लिमों के इफ्तार कार्यक्रम में हिस्सा लिया था मुस्लिमों ने उन्हें भी मार दिया.
बीते दिनों भारत में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की खबरों की खूब चर्चा हुई. बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्थाओं ने देश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा की कई तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किया. भारत में हिन्दू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाली भाजपा के कई सदस्यों ने भी बांग्लादेश में हुई हिंसा का जमकर विरोध किया.
इस सन्दर्भ में हमने अपने फैक्ट चेक रिपोर्ट्स के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया कि कैसे सोशल मीडिया पर भावनात्मक अपील के साथ शेयर की जा रही हर जानकारी सही ही हो ऐसा जरुरी नहीं है. मसलन हमारी दो फैक्ट-चेक रिपोर्ट्स में हमने बांग्लादेश में हिंसा का दावा करने वाले एक फर्जी हैंडल का सच तथा हिन्दुओं के घरों में आगजनी का दावा करने वाले दो दावों का खंडन किया है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा की झूठी खबरों का सच, हमारी इन फैक्ट चेक रिपोर्ट्स में भी पढ़ा जा सकता है.
इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि जिन ISKCON वालों ने ईद के दौरान मुस्लिमों के इफ्तार कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, मुस्लिमों ने उन्हें भी मार दिया.
‘जिन ISKCON वालों ने ईद के दौरान मुस्लिमों के इफ्तार कार्यक्रम में हिस्सा लिया, मुस्लिमों ने उन्हें भी मार दिया’ दावे के साथ शेयर की जा रही इस तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें कई ऐसी रिपोर्ट्स प्राप्त हुईं, जिनसे यह बात साफ हो जाती है कि वायरल तस्वीर पिछले कई वर्षों से इंटरनेट पर मौजूद है.
ucanews.com नामक एक वेबसाइट द्वारा 4 जुलाई, 2016 को प्रकाशित एक लेख के अनुसार वायरल तस्वीर पश्चिम बंगाल के मायापुर के एक मंदिर की है जहां ISKCON से जुड़े लोगों ने ईद के दौरान एक इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन किया था.
‘iskcon iftar’ कीवर्ड्स को साल 2016 के परिणामों के बीच ढूंढने पर हमने पाया कि वायरल तस्वीर One India, ISKCON Truth, Anandabazar Patrika एवं Bangladesh Pratidin प्रकाशनों द्वारा भी 2016 में प्रकाशित की गई है. Bangladesh Pratidin द्वारा प्रकाशित लेख के रफ़ अंग्रेजी अनुवाद के अनुसार, “The Iftar party was also organized at the International Society for Krishna Consciousness (ISCON) in Mayapur, West Bengal. The Iftar was held at the Gita Bhavan premises in Iskcon on Wednesday evening. The ISKCON authorities organized this iftar on the occasion of the 50th anniversary of ISKCON established by Abhaycharan Bhaktivedanta Swami. At one time prayers were also performed there. The monks of Mayapur serve food to everyone present at Iftar.”
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को लेकर @iskcon ने एक आधिकारिक बयान भी जारी किया है जिसमे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं समेत ISKCON कार्यकर्ताओं पर हमले की भी बात कही गई है.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि ‘जिन ISKCON वालों ने ईद के दौरान मुस्लिमों के इफ्तार कार्यक्रम में हिस्सा लिया मुस्लिमों ने उन्हें भी मार दिया’ दावे के साथ शेयर की जा रही यह तस्वीर, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा से संबंधित नहीं है बल्कि वायरल तस्वीर 2016 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
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Komal Singh
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