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  • Last Updated on जून 19, 2024 by Neelam Singh सारांश एक सोशल मीडिआ पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि केले के छिलके को पानी में 10 मिनट उबालकर और उसमें शहद मिलाकर पीने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा बिल्कुल गलत है। दावा इंस्टाग्राम पर जारी एक वीडियो पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि केले के छिलके को पानी में 10 मिनट उबालकर और उसमें शहद मिलाकर पीने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है। ऐसा अगर 15-20 दिनों तक किया जाए, तो 60% तक यूरिक एसिड कम हो जाएगा। तथ्य जाँच शरीर में यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है? जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है, तब उसे मेडिकल भाषा में “Hyperuricemia” कहा जाता है। यूरिक एसिड एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो शरीर में तब बनता है, जब खाद्य एवं पेय पदार्थों में मौजूद प्युरिन नामक केमिकल टूटता है। इस दौरान अधिकांश यूरिक एसिड रक्त में घुल जाता है फिर किडनी से होकर मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है। यदि शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड रहता है, तो इसे ही Hyperuricemia कहा जाता है। Hyperuricemia के कारण ही यूरिक एसिड क्रिस्टल के रुप में एक साथ चिपक जाता है। ये क्रिस्टल जोड़ों में जमा हो सकते हैं और गठिया का रुप ले सकते हैं, जो गाउट का कारण बन सकते हैं। अत्याधिक यूरिक एसिड किडनी में भी जमा हो सकते हैं और किडनी में पथरी का निर्माण कर सकते हैं। Hyperuricemia के लक्षण क्या हैं? देखा जाए, तो आमतौर पर शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने यानी कि Hyperuricemia के लक्षण स्पष्ट रुप से नहीं दिखाई देते लेकिन निम्नलिखित लक्षण Hyperuricemia की पहचान में मददगार साबित हो सकते हैं। जैसे- - जोड़ो में दर्द - शरीर में सूजन - बुखार - मूत्र त्यागने में परेशानी - मूत्र में रक्त दिखाई देना - जोड़ो का कठोर हो जाना, जिससे हाथ या पैर मोड़ने में तकलीफ हो इत्यादि। क्या Hyperuricemia और आहार में कोई संबंध है? शरीर में यूरिक एसिड बनने का अहम कारण है कि जो भी खाद्य या पेय पदार्थों का हम सेवन करते हैं, उनमें मौजूद प्युरिन नामक केमिकल ही यूरिक एसिड का रुप लेता है इसलिए Hyperuricemia और आहार का संबंध अवश्य है। इसके अलावा प्राकृतिक तौर पर भी प्यूरिन शरीर में पाए जाते हैं और अगर इनकी मात्रा कम हो, तो ये हानिकारक नहीं होते हैं लेकिन नियमित रूप से उच्च-प्युरीन खाद्य पदार्थ खाने से समय के साथ-साथ यूरिक एसिड का स्तर भी बढ़ सकता है। उच्च प्युरीन वाले खाद्य और पेय पदार्थों में निम्नलिखित चीजें शामिल हैं- - लाल मांस - समुद्री भोजन (विशेषकर सैल्मन, झींगा मछली और सार्डिन) - उच्च फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप वाला भोजन और पेय पदार्थ - शराब का सेवन इसके साथ ही कुछ दवाईयां भी शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देती हैं। जैसे- - अत्यधिक मात्रा में चाय, कॉफी का सेवन करना जिसे Diuretics भी कहा जाता है - अत्यधिक मात्रा में immunosuppressants का सेवन करना। Immunosuppressants आमतौर पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करने का काम करते हैं। इसका उपयोग अंग प्रत्यारोपण के दौरान किया जाता है। क्या केले का छिलका और शहद यूरिक एसिड को कम कर सकता है? इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि केले के छिलके यूरिक एसिड को ठीक या कम करते हैं। ऑनलाइन कुछ जानकारी उपलब्ध है कि केले के छिलके की चाय यूरिक एसिड के लिए एक उपाय है, लेकिन यह शोध द्वारा समर्थित नहीं है। डॉ. उबैद उर रहमान, जनरल फिजिशियन, होली मिशन क्लिनिक, नई दिल्ली बताते हैं, “मैंने चिकित्सकीय रूप से यूरिक एसिड के लिए कभी भी इस तरह के उपाय का उपयोग नहीं किया है। उचित उपचार के लिए आमतौर पर फेबक्सोस्टैट या एलोप्यूरिनॉल जैसी दवाओं की आवश्यकता होती है। स्थिति गंभीर होने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें। जबकि कुछ खाद्य पदार्थ और जड़ी-बूटियाँ कुछ लाभ दे सकती हैं लेकिन उन्हें प्रभाव दिखाने में लंबा समय लगता है। एक सामान्य चिकित्सक के रूप में हम अप्रमाणित स्वास्थ्य लाभ वाले उपचारों की अनुशंसा नहीं करते हैं।” डायटिशियन, प्रियंवदा दीक्षित (Food For Heal, आगरा) बताती हैं, “आहार और युरिक एसिड का स्वास्थ्य के साथ संबंध है लेकिन वे युरिक एसिड को शरीर से कम कर देंगी, इस बात का प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि Dash डाइट के जरिए यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है। यह ऐसा आहार है, जिसमें फल, सब्जियां और पोटैशियम अधिक मात्रा में होती हैं लेकिन सोडियम कम मात्रा में मौजूद होता है। कुल मिलाकर देखा जाए, तो ज्य़ादा से ज्य़ादा फलों और सब्जियों का संतुलित मात्रा में सेवन से युरिक एसिड को नियंत्रित एवं संतुलित करने में सहायता मिलती है, लेकिन केवल केले के छिलकों और शहद के सेवन से युरिक एसिड को कम नहीं किया जा सकता। शहद में मिठास होती है, जो मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक हो सकती है। अतः उपरोक्त दावों एवं चिकित्सकों के बयान के आधार पर कहा जा सकता है कि यूरिक एसिड को केले के छिलकों और शहद के जरिए केवल 15-20 दिनों में नियंत्रित नहीं किया जा सकता है क्योंकि फिलहाल इसकी प्रभावशीलता पर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। साथ ही चिकित्सक भी इसकी अनुशंसा नहीं कर रहे इसलिए इस तरह के भ्रामक दावों पर बिना सोचे-समझें भरोसा ना करें।
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