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| - Last Updated on दिसम्बर 26, 2022 by Neelam Singh
सारांश
सोशल मीडिया पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि गर्भावस्था के दौरान विशेष आहार लेने से गर्भ में पल रहे शिशु का मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित होता है। जब हमने इस पोस्ट का तथ्य जाँच किया तब पाया कि यह दावा अधिकतर गलत है।
दावा
गर्भवती महिला ऐसा करें बच्चा हीरा पैदा होगा शीर्षक के अंतर्गत एक पोस्ट साझा की गई है, जिसका स्क्रीनशॉट नीचे दिया गया है:
तथ्य जाँच
क्या पोषण गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास को प्रभावित करता है?
ScienceDirect द्वारा प्रकाशित शोधपत्र के अनुसार भ्रूण के विकास की अवधि के दौरान पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान मां द्वारा लिया गया पोषण बच्चे के विकास को प्रभावित करता है और कई जोखिमों को कम भी करता है। The Developmental Origins of Adult Disease शोधपत्र के अनुसार गर्भावस्था के दौरान पोषण की कमी भ्रूण के विकास को प्रभावित करती है। जैसे- भ्रूण का वजन कम होना।
ScienceDirect द्वारा प्रकाशित The importance of nutrition in pregnancy and lactation: lifelong consequences के अनुसार गर्भावस्था से पहले और उसके दौरान एक स्वस्थ आहार लेने से Gestational Diabetes Mellitus, समय से पहले बच्चे का जन्म (preterm birth), मोटापे से संबंधित जटिलताओं, गर्भावधि के दौरान उच्च रक्तचाप जैसी जटिलताओं के जोखिम को कम करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रकाशित Nutritional interventions update: multiple micronutrient supplements during pregnancy के अनुसार गर्भाधान से लेकर स्तनपान तक महिलाओं को अपने पोषण पर विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए।
क्या दही मानसिक क्षमता को बढ़ाता है?
UCLA के अनुसार बिना मिठास वाला दही मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दही में Zinc, Choline और Iodine प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। Iodine बच्चों के मस्तिष्क और neurological विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि Iodine Thyroid Hormone बनाने में मदद करता है। Iodine की थोड़ी भी कमी बच्चे के मस्तिष्क विकास जैसे- बौद्धिक एवं तार्किक शक्ति को प्रभावित करती है।
हालांकि ऐसा कोई ‘सुपरफूड’ नहीं है, जो पूर्ण रुप से हर प्रकार के विकास को गति दे लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ विशेष एवं आवश्यक पोषक तत्वों से भरे होते हैं। मगर गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह के आहार को लेने से पूर्व चिकित्सीय सलाह आवश्यक है क्योंकि एलर्जी की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता।
क्या संतरा बच्चे की त्वचा की रंगत को निखारता है?
नहीं। इस तरह का कोई भी प्रमाण या शोध मौजूद नहीं है, जो यह दावा करता हो कि संतरे का सेवन बच्चे की रंगत को निखारता है।
गर्भावस्था के दौरान संतरा खाना सुरक्षित है लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। संतरा में विटामिन सी, फोलिक एसिड, कैल्शियम, पोटेशियम और कई पोषक तत्व होते हैं। संतरा का रोजाना सेवन तो किया जा सकता है मगर इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा पाचन तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे पेट में ऐंठन या दस्त की शिकायत हो सकती है।
नारियल से दर्द रहित प्रसव होता है?
नहीं। इस तरह का कोई भी प्रमाण या शोध मौजूद नहीं है, जो यह दावा करता हो कि गर्भावस्था के दौरान नारियल का सेवन दर्द रहित प्रसव होता है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान नारियल पानी पीना कई तरह की परेशानियों जैसे- कब्ज, पानी की कमी, सीने में जलन को कम करता है मगर इसका अत्याधिक सेवन खून में Phosphorus की मात्रा को बढ़ा देता है, जिससे Hyperkalemia होने की संभावना होती है।
जब हमने इस दावे को लेकर आहार विशेषज्ञ निधि सरीन से बात की, तब उन्होंने कहा, “गर्भावस्था से पहले और उसके दौरान पोषक तत्वों से भरपूर आहार मां और बच्चे दोनों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और बच्चे के जन्म के बाद प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और विटामिन से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए। हालांकि ऐसा कोई दावा नहीं है, जिससे यह साबित होता हो कि दही, संतरा या नारियल गर्भावस्था के दौरान उक्त फायदा प्रदान करता हो।”
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