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भारत में मुसलमानों पर अत्याचार किया जाता है और अगर हम उनकी रक्षा नहीं करेंगें तो उनका उत्पीड़न जारी रहेगा। यह एकता का समय है और भारत सरकार हिसाब करेगी। #ModiResignation
जानिए क्या है वायरल दावा:
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इन दिनों 1 मिनट 16 सेकंड की एक वीडियो वायरल हो रही है। इस वीडियो में कुछ लोगों को एक महिला की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी भी खड़े नज़र आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इस तरह भारत में मुसलमानों पर अत्याचार किया जाता है।
Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो को हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से खंगालना शुरू किया। देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो को ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
शुरूआती पड़ताल में हमने वायरल वीडियो को InVID टूल की मदद से खंगाला। नीचे देखा जा सकता है कि पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से संबंधित कुछ परिणाम मिले।
खोज के दौरान मिले परिणामों की मदद से हमें एक YouTube वीडियो का लिंक मिला। 23 मई, 2020 को यह वीडियो India Times News Agency नामक चैनल पर अपलोड की गई थी। वीडियो के विवरण में लिखा हुआ है कि ‘बलरामपुर में पुलिस के सामने महिला की पिटाई का वीडियो हुआ वायरल’। 3 मिनट 50 सेकंड की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के रेहरा बाजार थाना क्षेत्र का है। दरअसल वीडियो में नज़र आ रहे लोग महिला का पति, जेठ, देवर और पति के रिश्तेदार हैं और घरेलू विवाद के चलते सभी लोगों ने मिलकर महिला की पिटाई की थी।
अधिक जानकारी के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से वायरल दावे से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स को खोजा। पड़ताल के दौरान हमें दैनिक भास्कर और Zee News द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट मिली। जिनके मुताबिक, यह घटना बलरामपुर के रेहरा बाजार थाना क्षेत्र की है जहां पर इस महिला का पति, देवर, जेठ और पति के रिश्तेदार पारिवारिक विवाद के चलते महिला को पीट रहे थे। दरअसल अशोक और उसकी पत्नी सुशीला में मकान बेचने को लेकर विवाद हुआ था। वीडियो में नज़र आ रहे सभी लोग हिंदू हैं और इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
इस घटना पर हमें बलरामपुर पुलिस द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा को इस घटना के बारे में बताते हुए सुना जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल चारों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी देव रंजन ने बताया कि सड़क पर मूक दर्शन बने रहने के चलते दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में किए जा रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि यह दावा झूठा है। पड़ताल में हमने पाया कि यह घटना उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में हुए एक पारिवारिक विवाद की है। लोगों को भ्रमित करने के लिए वीडियो को सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर किया जा रहा है।
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