Fact Check: IPS अंकिता शर्मा और सिद्धार्थ बहुगुणा के फेक वीडियो वायरल कर लोगों को ठगने की कोशिश
आईपीएस अंकिता शर्मा और सिद्धार्थ बहुगुणा के वायरल वीडियो फेक हैं। इन्हें फ्रॉड के मकसद से शेयर किया जा रहा है। नटराज पेंसिल ने भी इस तरह की पोस्ट को फेक बताया है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Jan 9, 2025 at 04:06 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दो आईपीएस अधिकारियों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसमें उनको कथित तौर पर पेंसिल पैकिंग की नौकरी और पुराने सिक्के बेचने के लिए कहते हुए देखा जा सकता है। इनको शेयर कर पोस्ट में दिए गए नंबरों पर फोन करने की अपील की जा रही है।
विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि आईपीएस अंकिता शर्मा और सिद्धार्थ बहुगुणा के ये वीडियो फैब्रिकेटेड हैं। अंकिता शर्मा के वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। वहीं, सिद्धार्थ बहुगुणा के वीडियो में आवाज बदलकर उसे डीएसपी जयपुर सुनील शर्मा के नाम से शेयर किया जा रहा है। इस मामले में भी पुलिस जांच कर रही है।
वायरल पोस्ट
फेसबुक यूजर pencil packing Natraj company salary 30000 advance ₹15000 ने 8 जनवरी को आईपीएस अंकिता शर्मा का वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया है। इसमें उनको कथित तौर पर घर बैठे पेंसिल पैक करने कर 30 हजार रुपये की सैलरी मिलने के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है। साथ में एक फोन नंबर पर कॉल करने को भी कहते हुए दिखाया गया है।
फेसबुक यूजर Sunil Sharma DSP Jaipur Rajasthan के नाम से बने अकाउंट से 31 दिसंबर 2024 को आईपीएस का वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया गया है। इसको उनको कथित तौर पर पुराने सिक्के बेचने के लिए पोस्ट में दिए गए नंबर पर फोन करने को कहते हुए दिखाया गया है। वीडियो में आईपीएस को अपना नाम सुनील शर्मा और दिए गए फोन नंबर को उनका बताया गया है।
पहला वीडियो
आईपीएस अंकिता शर्मा के वीडियो के बारे में इसका कीफ्रेम निकालकर गूगल लेंस से सर्च किया। ईटीवी भारत की वेबसाइट पर 13 अगस्त 2024 को छपी खबर में इस वीडियो का जिक्र किया गया है। बस इसमें फोन नंबर बदला हुआ था। खबर के अनुसार, आईपीएस एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एआई का इस्तेमाल करके एक मैसेज भेजा गया है। ठगों ने उनकी आवाज और चेहरे का इस्तेमाल कर लोगों को फंसाने की कोशिश की थी। इस मामले में अंकिता शर्मा के आदेश पर गोविंद नगर पुलिस ने आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था।
दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी 13 अगस्त 2024 को इससे संबंधित खबर को देखा जा सकता है। इसमें भी वीडियो को एआई की मदद से बनाया हुआ बताया गया है। जांच के क्रम में पुलिस ने दिए गए नंबर पर कॉल किया था, दूसरी तरफ से उनसे ओटीपी मांगा गया था। यह ऑनलाइन बैंकिंग से जुड़ा ओटीपी था। जैसे ही उन्हें ओटीपी बताया जाता वे पैसे ट्रांसफर कर लेते।
वायरल वीडियो को हमने एआई डिटेक्शन टूल ट्रू मीडिया पर चेक किया। इसमें एआई के इस्तेमाल की संभावना जताई गई।
वीडियो को लेकर हमने डीएयू (एमसीए की पहल) से संपर्क किया। उन्होंने इसे एआई डिटेक्शन टूल हाइव एआई पर चेक किया। इसमें वीडियो और ऑडियो में एआई टूल से छेड़छाड़ की संभावना जाहिर की गई।
इस बारे में हमने गोविंद नगर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह से बात की। उनका कहना है कि आईपीएस अंकिता शर्मा के डीपफेक वीडियो में मामले में केस दर्ज हुआ था। हालांकि, अभी इसमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
हमने वीडियो पर दिए गए नंबर पर कॉल किया तो हमारे वॉट्सऐप ऐप नंबर पर कुछ तस्वीरें और वीडियो भेजकर रजिस्ट्रेशन के 620 रुपये देने के लिए बोला गया। रजिस्ट्रेशन के साथ आधार कार्ड और फोटो भेजने को कहा गया।
हमने नटराज पेंसिल की आधिकारिक वेबसाइट पर इस बारे में चेक किया। इसमें नटराज पेंसिल से जुड़े इस तरह की पोस्ट को फ्रॉड बताया गया है। वेबसाइट पर इस तरह की पोस्ट से सावधान रहने को कहा गया है।
विश्वास न्यूज ने इससे पहले नटराज पेंसिल के नाम पर फ्रॉड से जुड़ी खबर की थी। इस रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
दूसरा वीडियो
इसके बाद हमने डीएसपी सुनील शर्मा के नाम से वायरल हो रहे वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस से सर्च किया। इसमें हमें मध्य प्रदेश के गृह विभाग के फेसबुक पेज पर इससे संबंधित वीडियो मिला। इसमें 11 अगस्त 2022 को अपलोड इस वीडियो में आईपीएस अधिकारी का नाम जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा लिखा हुआ है। वीडियो में वह लोगों से हर घर तिरंगा अभियान में शामिल होने का आग्रह करते दिख रहे हैं।
वायरल और इस वीडियो में सब समान है, बस आवाज बदली हुई है और मैसेज अलग है। इससे साफ हो गया कि इस वीडियो में छेड़छाड़ कर आवाज अलग से जोड़ी गई है।
डीएयू ने इस वीडियो हिया एआई पर चेक करने के बाद हमारे साथ एनालिसिस को शेयर किया। इसमें ऑडियो में एआई के इस्तेमाल की संभावना नहीं जाहिर की गई।
इसके बाद हमने पोस्ट में दिए गए फोन नंबर पर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
इस बारे में हमने डीआईजी खरगौन सिद्धार्थ बहुगुणा से संपर्क किया। उनका कहना है कि यह फर्जी है। वह इसकी शिकायत कर चुके हैं। इसकी जांच चल रही है।
फैब्रिकेटेड वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इस पेज पर अंकिता शर्मा के दो डीपफेक वीडियो पोस्ट किए गए हैं। इसी तरह से दूसरे यूजर ने भी सिद्धार्थ बहुगुणा के दो फैब्रिकेटेड वीडियो शेयर किए हैं।
निष्कर्ष: आईपीएस अंकिता शर्मा और सिद्धार्थ बहुगुणा के वायरल वीडियो फेक हैं। इन्हें फ्रॉड के मकसद से शेयर किया जा रहा है। नटराज पेंसिल ने भी इस तरह की पोस्ट को फेक बताया है।
- Claim Review : आईपीएस अंकिता शर्मा ने नटराज पेंसिल के वर्क फ्रॉम होम जॉब का प्रचार किया।
- Claimed By : FB User- pencil packing Natraj company salary 30000 advance ₹15000
- Fact Check : झूठ
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