Fact Check : बांग्लादेश में शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने का वीडियो अफगानिस्तान के बुद्ध के नाम पर वायरल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। बांग्लादेश की घटना को अफगानिस्तान का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Dec 4, 2024 at 03:11 PM
नई दिल्ली (Vishvas News)। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के बीच भारत में पड़ोसी मुल्क के खिलाफ कई जगह रैलियां देखने को मिलीं। बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी चिन्मय कष्णदस की गिरफ्तारी के बीच अब सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें कुछ लोगों को दीवार पर बनी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाते हुए देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस घटना को अफगानिस्तान का बताते हुए सांप्रदायिकता फैला रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। बांग्लादेश की घटना को अफगानिस्तान का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है।
क्या हो रहा है वायरल
संतोष गुप्ता नाम के एक फेसबुक यूजर ने एक स्क्रीनशाट को पोस्ट किया। 26 नवंबर को पोस्ट किए गए इस स्क्रीनशॉट में सुधीर मिश्रा नाम के वेरिफाइड एक्स हैंडल की एक पोस्ट का इस्तेमाल किया गया था। इसमें लिखा गया, “अफगानिस्तान में मुस्लिमों ने भगवान बुद्ध के मंदिर को तोड़ दिया – जहाँ मुस्लिम बहुसंख्यक होता है, मंदिरों को तोड़ने लगता है..सबको एक साथ होकर इनका मुकाबला करना चाहिये।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। वायरल पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट में किए गए दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले वायरल स्क्रीनशॉट के सुधीर मिश्रा के एक्स हैंडल को सर्च किया। वहां हमें 26 नवंबर को एक वीडियो के साथ वायरल कंटेंट लिखा हुआ मिला।
1:23 मिनट के इस वीडियो में कुछ लोगों को दीवार पर बनी मूर्तियां तोड़ते हुए देखा जा सकता है। इसके अलावा वीडियो में बंगला भाषा में लिखा भी मिला। इस पोस्ट के स्कैन करने के दौरान हमें एक यूजर का कमेंट मिला। इसमें लिखा गया, “जो पोस्ट आप अफ्गानिस्तान का बता कर पोस्ट कर रहें हैं वह दरअसल बांग्लादेश का है और जिस मूर्ति के उपर हथौड़ा चल रहा है वह शेख़ मुजीबुर्रहमान का है।”
इस क्लू के आधार पर हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाई। वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट के आधार पर रिवर्स इमेज सर्च किया गया। हमें एक फेसबुक पेज पर वायरल वीडियो में मौजूद स्थान की दूसरी तस्वीर मिली, जो एक ही जैसी थी। पांच अगस्त 2024 को पोस्ट की गई इस तस्वीर की लोकेशन Barishal बताई गई।
नीचे दिए गए कोलाज में साफ देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो Barishal का ही है। इसके आधार पर हमने यूट्यूब का रूख किया। वहां संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर पता चला कि बरिसल बांग्लादेश का एक शहर है।
सर्च के दौरान हमें Mst Anjuman Ara Begum नाम की एक बांग्लादेशी यूजर के फेसबुक अकाउंट पर वायरल पोस्ट से संबंधित एक फोटो मिली। 6 अगस्त को पोस्ट की गई इस तस्वीर से साफ हो गया कि अफगानिस्तान के नाम पर जिस स्थान को दिखाया गया है, वह बांग्लादेश का स्थान है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए बांग्लादेश के फैक्ट चेकर तनवीर महताब आबिर से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का ही है।
यहां बता दें कि वर्ष 2001 में तालिबान ने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण बामियान में बुद्ध की प्रतिमाओं को नष्ट कर दिया था।
पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर की जांच की गई। पता चला कि यूजर संतोष गुप्ता यूपी के फरीदाबाद में रहते हैं। इनके अकाउंट से 786 लोग जुड़े हुए हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत साबित हुआ। अफगानिस्तान में भगवान बुद्ध के मंदिर को तोड़ने के नाम पर वायरल पोस्ट बांग्लादेश में हुई घटना की साबित हुई। बांग्लादेश के बरिसल शहर में कुछ उत्पातियों ने शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया था।
- Claim Review : अफगानिस्तान में मुस्लिमों ने भगवान बुद्ध के मंदिर को तोड़ दिया
- Claimed By : FB user Santosh Gupta
- Fact Check : भ्रामक
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